अम्लेश्वर 27 फरवरी : पंचायत पाटन क्षेत्र क्रमांक 05 से लड़ी है चुनाव, जनपद क्षेत्र क्रमांक 05 में और गृह ग्राम में खुशी और जश्न का माहौल, जीत से सभी वर्गों में है उत्साह। दामिनी राकेश साहू के ऐतिहासिक जीत, ग्राम महुदा से पहली बार बनी जनपद सदस्य।
नामांकन भरने से पहले रहा इनका सबसे कठिन संघर्ष, नामांकन भरने से 03 दिन पहले पता चला कि साजिश के चलते मतदाता सूची से इनका नाम गायब करवा दिया गया, जबकि लोक सभा और विधानसभा में की थी मतदान अंतिम प्रकाशन से पहले दावा सूची मे था नाम किन्तु अंतिम प्रकाशन में ही इनका नाम मतदाता सूची से हटा दिया गया। साथ ही इनके 92 समर्थकों का नाम भी मतदाता सूची से कटवा दिया था गायब हो गया था। जानकारी मिलने पर दामिनी साहू ने की उच्च अधिकारियों से शिकायत, नॉमिनेशन भरने के 1 दिन पहले अपने और 92 समर्थकों के नाम मतदाता सूची जुड़वाकर नामांकन पत्र दाखिल की।
दामिनी राकेश साहू एक शिक्षित और सिद्धांतवादी विचारधारा की निर्दलीय जनपद सदस्य हैं। यही कारण है कि इन्हें जनादेश मिला।
साथ ही साथ जब इनको नामांकन पत्र भरने में अर्चने आ रही थी, जब यह साजिश की शिकार हो रही थी तब इन्होंने साजिश करने वालों के नामांकन निरस्त करने हेतु। मुख्य चुनाव आयोग छत्तीसगढ़ से किया था पत्र व्यवहार।।
जिस साहस के साथ यह चुनावी मैदान में उतरे शायद ही ना कभी ऐसा हुआ था और ना कभी ऐसा होगा। सभी उनकी साहस की प्रशंसा कर रहे हैं। गांव वालों का मानना है उनकी इन्हीं साहस और उनके व्यक्तित्व के कारण यह सभी नागरिकों के दिलों की लाडली बन गई और निर्दलीय होकर भी दामिनी राकेश साहू को जनादेश मिला।
क्या इससे पूर्व किसी निर्दलीय प्रत्याशी के साथ ऐसा साजिश और किया गया होगा? और उस साजिश को विध्वंस करके जीत कर आना। ऐसी स्थिति में जनपद पंचायत पाटन के समस्त जनपदों में क्या यह साहस है?
उम्मीद है ऐसी महिलाओं को आगे आने का अवसर किसी सशक्त पार्टी द्वारा दिया जाता है एवं ऐसे व्यक्ति को उच्च पद पर आसीन करती है तो निश्चित रूप से दामिनी राकेश साहू अपने संपूर्ण क्षेत्र का विकास सभी वर्गों के साथ बिना किसी से भेद भाव के अवश्य करेंगी। और यह वादा नहीं इनका संकल्प हैं।