रानीतराई 10 फरवरी: दक्षिण पाटन के ग्राम कौही मे चल रहा सवा लाख पार्थिव शिवलिंग का निर्माण पूजन नदी या तालाब के किनारे,पर्वत,वन में,शिवालय में अथवा किसी पवित्र स्थान में करने का विधान है। पार्थिव शिवलिंग पूजन करने के लिए सर्व प्रथम आपको भगवान गणेश और माता पार्वती का पूजन करे। उसके बाद गणेश को जनेऊ अर्पण करे फिर जल हाथ में लेकर सकल्प ले।रुद्राभिषेक की पूजा अर्चना करने से बड़े से बड़ा कष्ट दूर होता है और अकाल मृत्यु से भी विजय प्राप्त होता है। पार्थिव शिवलिंग की पूजा सबसे पहले भगवान श्रीराम ने लंका कुच करने से पहले पार्थिव शिवलिंग व महा रुद्राभिषेक की पूजा की थी।
भोलेनाथ की कृपा से रामचंद्रजी लंका पर विजय प्राप्त किए थे। शनिदेव ने अपने पिता सूर्यदेव अधिक शक्ति पाने के लिए काशी में पार्थिव शिवलिंग बनाकर पूजा की थी । कलयुग में भगवान शिव का पार्थिव पूजन कुष्मांडा ऋषि के पुत्र मंडप ने किया था।
जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 12 के प्रत्याशी श्रीमती कल्पना नारा साहू पार्थिव शिवलिंग के रुद्राभिषेक में शामिल होकर क्षेत्रवासियों के लिए की सुख समृद्धि की कामना साथ ही अपने जिला पंचायत क्षेत्र में किया सघन जनसंपर्क और आम नागरिकों से लिया विजय श्री का आशीर्वाद।
रुद्राभिषेक करने वालों में कलाराम साहू, तामेशवर साहू, योगेश्वर साहू, राजेश साहू, हेमलाल साहू, पुजारी पं ओजेश वर्मा,डा.संतोष साहू, प्रेमीन साहू, उपासना साहू, संतोसी साहू, उर्मिला सोनी,चंदन, ब्रजेश यादव, चंदू, दिलेश्वर लोकेश यादव सहित समस्त श्राद्धालूगन बहुत जन संख्या मे लोग उपस्थित रहे।
यह जानकारी अभिषेक सेन मीडिया प्रभारी ने दिया।