अमलेश्वर 05 दिसंबर : महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय के अंतर्गत उद्यानिकी महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र सांकरा में राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वाधान में आज दिनांक 5 दिसंबर 2024 को *विश्व मृदा दिवस* के अवसर पर महाविद्यालय प्रांगण में कार्यक्रम का आयोजन किया गया, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ.पी. के. तिवारी,अधिष्ठाता उद्यानिकी महाविद्यालय साजा ने मृदा की वर्तमान स्थिति से अवगत कराते हुए मृदा को स्वस्थ बनाए रखने के लिए रासायनिक उर्वरकों की अंधाधुंध उपयोग को कम करने एवं फसल चक्र को अपनाने की किसानों से अपील किए।
कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे प्रोफेसर डॉ.अमित दीक्षित अधिष्ठाता,उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय सांकरा ने मृदा दिवस के अवसर पर विद्यार्थियों को मृदा की उर्वरा शक्ति को बनाए रखने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी दिया और बच्चों को मृदा परीक्षण किट देकर गांव गांव जाकर किसानों की खेतों की मृदा परीक्षण कर उसकी स्थिति किसानों को देने की अपील की जिससे मृदा हमेशा उपजाऊ एवं मृदा में स्थित सभी पोषक तत्व उचित मात्रा में रहे, जिससे किसानों की आय बढ़ने के साथ साथ अच्छा पोषक तत्व युक्त अनाज, फल- फूल, सब्जियां आम लोग तक पहुंचे,डॉक्टर दीक्षित ने कम से कम रासायनिक उर्वरकों का उपयोग करने के लिए लोगों से अपील किये और अधिक से अधिक मात्रा में कार्बनिक खाद का उपयोग कर जैविक खेती की ओर बढ़ने की सलाह दिए, क्योंकि स्वस्थ मिट्टी से ही स्वस्थ और स्वच्छ भोजन प्राप्त हो सकता है. महाविद्यालय के मृदा वैज्ञानिक डॉक्टर सोमन ध्रुव ने बच्चों को मृदा परीक्षण करने के तरीके बताएं और प्रेक्टिकल करके दिखाएं और मृदा में उपस्थिति आवश्यक पोषक तत्व की जानकारी दिए, कार्यक्रम का सफल संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर गागेंद्र सिंह राजपूत के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। कार्यक्रम में उपस्थित सभी ने *धरती के संरक्षण व पोषण* का संकल्प लिये।।