अम्लेश्वर 09 सितंबर : दुर्ग जिला अंतर्गत नगर पालिका परिषद अमलेश्वर के मेन चौक थाना के पास बैठे रहते हैं, दिनभर मवेशी। ये समस्या सिर्फ अम्लेश्वर का नही है पूरे उत्तर पाटन सहित जिले का है। आपको बता दें, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा सड़क पर बैठे पशुओं के शासन स्तर पर व्यवस्थापन करने के लिए 16 अगस्त को पाटन एसडीएम कार्यालय का घेराव भी किया गया था। लेकिन उक्त गौ सत्याग्रह का कहीं कोई असर नहीं दिख रहा है। आज भी सड़क पर मवेशी बैठे नजर आ रहा है। किसानो की फसल का भी नुकसान हो रहा है। जिस पर आज भी शासन प्रशासन मौन साधे हुए हैं। वही जिला प्रशासन के द्वारा भी मेन रोड पर बैठे पशुओं को हटाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है उसका भी कोई अता पता नहीं है।
पाटन के गोठ रिपोर्टर करन साहू के द्वारा सड़कों पर बैठे मवेशी से निजात पाने के लिए लोगो के आवाज बनकर लगातार सोशल मीडिया पर समाचार प्रकाशित किया जा रहा है। लेकिन पशु पालकों के कानों में जूं तक नहीं रेंग रहा है। आखिर इन समस्याओं का समाधान कब होगा। लोगों को सड़क पर बैठे मवेशी से छुटकारा कब मिलेगी। लोगों को आवागमन में बेहतर सुविधा कब मिलेगी। यह बड़ी समस्या है। आम लोग इस तरह की समस्या से रोज गुजर रहे हैं। वही इस समस्या से वीआईपी सहित अधिकारी कर्मचारियों को भी जूझना पड़ रहा है। रोड मे आवागमन करने से लोगों को बहुत ज्यादा परेशानियों का सामना सड़क पर बैठे पशुओं से हो रही है। जिस पर पशु पालक सहित शासन प्रशासन को कोई लेना देना नहीं है।
सड़क पर बैठे मवेशियों से कई लोग दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। जिसका जिम्मेदार कौन है पशु पालक या शासन प्रशासन। किसी भी प्रकार की प्रशासन के द्वारा व्यवस्थापन के कार्य पशुओं की नहीं की जा रही है। वही स्थानीय प्रशासन भी मौन साधे हुए हैं। गौठानों में चारा पानी नहीं होने के कारण स्थानीय प्रशासन भी चुप्पी साधे हुए हैं। ऐसे में लोगों को कैसे मिलेगी इन पशुओं से छुटकारा।