पाटन अमलेश्वर,कुम्हारी 31 दिसम्बर 2024
दुर्ग जिला अंतर्गत नगर पालिका कुम्हारी एवं अमलेश्वर को जोड़ने वाली गंदा नाला के पुल का निर्माण कार्य आज भी अधूरा पड़ा हुआ है। जिस पर भाजपा कांग्रेस के स्थानीय नेताओं की नजर नहीं पड़ रही है।आपको बता दें कांग्रेस कार्यकाल में इस पुल का निर्माण किया जा रहा था जो किसी कारणवश अधूरा निर्माण को छोड़कर अधूरा पुलिया को तोड़कर निर्माण कार्य रोक दिया गया। जो कांग्रेस के शासन कार्यकाल में पूर्ण कराने में कार्यकर्ताओं ने रुचि नहीं दिखाई जो आज भी अधूरा है। जिसे साल भर के भाजपा सरकार ने भी इस पुलिया के निर्माण पर रुचि नहीं दिखाई लगातार पाटन के गोठ रिपोर्टर करन साहू के द्वारा खबर प्रकाशन सोशल मीडिया पर कर रहा है। लेकिन सत्ता पक्ष के भाजपा कार्यकर्ता इस कार्यों को कराने में रुचि नहीं दिखा रही है।
वहीं इस विषय में दुर्ग के लोकप्रिय सांसद विजय बघेल को भी अवगत कराया गया है लेकिन अभी तक इस अधूरे कार्य को पूर्ण करने में किसी प्रकार की कोई जानकारी सामने नहीं आ रही है। वही लोक निर्माण विभाग के अधिकारी कर्मचारियों का साल 2 साल से कहना है कि स्वीकृत हो गई है टेंडर लग गया है जल्द ही कार्य को प्रारंभ किया जाएगा। आज 2024 भी समाप्त हो गया लेकिन इस अधूरे टूटे हुए पुलिया का नए सिरे से निर्माण करने में ब्रिज विभाग भी मौन साधे हुए हैं।
वर्षा ऋतु में हफ्ते भर तक परसदा और मगरघटा से होते हुए रायपुर और कुम्हारी आने जाने वाले लोग परेशान रहते हैं। कम बारिश में भी एप्रोच रोड डूब जाता है।जिसे पार करने में जान का खतरा बना रहता है।वहीं मगरघटा से दसवीं पढ़ने वाले स्कूली बच्चे भी आते हैं परसदा में पढ़ाई करने वह भी हफ्ते भर तक स्कूल नहीं आ पाते जिस वजह से उनके शैक्षणिक कार्य प्रभावित हो रही है।
खैर इन सब से पूर्व शासन काल के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी कोई मतलब नहीं था और आज भी भाजपा कार्यकर्ताओं को भी जनता के समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है। भाजपा कार्यकर्ता अभी सिर्फ सत्ता का सुख भोगने में ही मस्त है और ऐसे कई अधूरे कार्य पाटन विधानसभा में देखने को मिलेगा जिस पर स्थानीय कार्यकर्ता विष्णु देव सरकार से मोहर लगाने में असफल नजर आ रहे हैं। जिसका परिणाम आने वाले स्थानीय नगर पालिका चुनाव में देखने को मिल सकता है।अब लोगों की नजर निर्दलीय प्रत्याशी पर ज्यादा है। उन पर ही अब भरोसा आम जनता कर सकते हैं क्योंकि भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता लोगों के उम्मीद पर खड़ा उतरने में असफल नजर आ रहे हैं।