अम्लेश्वर 6 फरवरी : जनपद पंचायत पाटन अंतर्गत अमलेश्वर से लेकर सांकरा मोतीपुर मार्ग होते हुए पाटन तक एवं भिलाई 3 मार्ग तक जगह-जगह बैठे रहते हैं आवारा में मवेशी आपको बता दें जब से छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन हुआ है तब से आवारा मवेशियों के लिए किसी भी प्रकार की कोई व्यवस्था नजर नहीं आ रही है। शाम होते ही आवारा मवेशी सड़क पर खड़े हो जाते हैं, बैठ जाते हैं, जाम लग जाता जिससे आने-जाने वाले नागरिकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। आवारा मवेशियों के द्वारा सड़क पर कब्जा करने से आवागमन प्रभावित होती है। जिस पर किसी भी प्रकार की ग्राम पंचायत के द्वारा और ना ही प्रशासन के द्वारा व्यवस्था नहीं की जा रही है। जिससे लोगों को इन आवारा पशुओं से छुटकारा मिल सके और सड़क मार्ग पर आवागमन सुझाव रूप से चल सके। आपको बता दें पाटन से रायपुर,कुम्हारी से पाटन या फिर भिलाई 3 से पाटन ऐसा मार्ग है जहां से अधिकारी कर्मचारी सहित नेता लोग इस मार्ग से गुजरते हैं फिर भी किसी तरह की कोई पहल इन आवारा पशुओं के लिए नहीं की जा रही है।