रानीतराई 06 सितंबर : शिक्षकों के योगदान को सम्मानित करने के लिए वर्ष 1962 से हर वर्ष सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन जी के जन्म दिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। शिक्षक अपने ज्ञान से समाज एवं राष्ट्र को आलोकित करता है। शिक्षक राष्ट्र निर्माता होता हैं।
उपर्युक्त विचार स्व. दाऊ रामचंद्र साहू शासकीय महाविद्यालय में छात्र-छात्राओं द्वारा आयोजित शिक्षक दिवस सम्मान समारोह में प्राचार्य डॉ. आलोक शुक्ला ने प्रेषित संदेश में व्यक्त किया। इस अवसर पर वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक श्री चंदन गोस्वामी ने कहा कि शिक्षक मां के रूप में शिष्टाचार सीखाती है, हमें एक अच्छा इंसान बनाती है। हमारे प्रथम शिक्षिका ” माँ ” है। शिक्षक समाज के रीढ़ होते हैं। विभाग अध्यक्ष विज्ञान संकाय कुमारी भारती गायकवाड़ ने कहा कि शिक्षक पथ प्रदर्शक होते हैं। छात्रों को अपने लक्ष्य प्राप्ति के लिए अथक परिश्रम करना चाहिए।
श्रीमती शगुफ्ता सिद्दीकी ने कहा कि छात्रों के जीवन को सवारने और उज्जवल भविष्य के निर्माण में शिक्षक की मुख्य भूमिका होती है। श्रीमती आराधना देवांगन ने कहा कि छात्रों को अनुशासित जीवन आत्मसात करना चाहिए ताकि अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकें। राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी कुमारी रेणुका वर्मा ने कहा कि छात्रों को अपने जीवन में मूल्य एवं संस्कारों को सुदृढ़ करना चाहिए। अतिथि व्याख्याता श्री टिकेश्वर पाटिल ने कहा कि शिक्षक नारियल की तरह कठोर होते हैं किंतु अपने अंदर की मिठास से छात्रों के उज्जवल भविष्य का निर्माण करते हैं।
इस अवसर पर अतिथि व्याख्याता कुमारी शिखा मड़रिया, डॉ. दीपा भाई एवं कुमारी अंजली देवांगन ने संबोधित किया। कार्यक्रम में कार्यालय से श्री नरेश मेश्राम एवं कुमारी सीमा वर्मा उपस्थित थे।कार्यक्रम के द्वितीय चरण में कुमारी मुस्कान एवं लक्ष्मी सिंह ने व्यक्त किया। श्री पुरुषोत्तम निषाद ने गीत प्रस्तुत किया। कु. डिंपल ,कु. चेतन सिंह, कु. तमाशा ने आकर्षक नित्य प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में छात्र-छात्राओं में दुर्गेश वर्मा. चेतन, भावना, लक्ष्मी, आरती, प्रवीण ,दीपक ,मनीष ,मोहित, निकिता, चुनर, शीतल, खिलेश्वरी, देव, नागेश्वरी ,गीता ,नमिता, विकास, गजेंद्र,आदि बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने सक्रिय सहयोग दिया कार्यक्रम का संचालन कुमारी नेहा सहाय ने किया तथा आभार प्रदर्शित कुमारी चेतन सिंह ने किया।