रानीतराई 23 जुलाई : दुर्ग जिला अंतर्गत स्व. दाऊ रामचंद्र शासकीय महाविद्यालय रानीतराई के छात्र-छात्राओं इन दिनों पेयजल संकट और बैठने की व्यवस्था से जूझ रहे हैं मिली जानकारी के अनुसार जीर्णोद्वार भवन में शिक्षण कार्य कॉलेज का संचालन किया जा रहा है। लेकिन इस भवन पर फर्नीचर की व्यवस्था पर्याप्त मात्रा में नहीं है।और न ही पानी की और तो और शौचालय में सीढ़ी तक नहीं बनाई गई है। जिससे यंहा अध्यनरत 183 छात्र-छात्राओं के लिए अव्यवस्था नजर आ रहा है। इस वर्ष 2024/25 में प्रथम ईयर में BA+B.COM+B.SC. 75 सेकेंड ईयर में 70 और फाइनल ईयर में 38 बच्चे अध्यानरत है।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश सरकार के कार्यकाल में 50 लाख के लागत से पूर्व माधामिक कन्या शाला भवन का जीर्णोद्वार किया गया है उसमे ही कॉलेज का संचालन किया जा रहा है किंतु पानी की व्यवस्था नहीं होने के कारण संस्था के स्टाप सहित छात्र छात्राओं को असुविधा हो रहा है। वही निर्माणधीन विभाग के द्वारा साइड इंजीनियर के द्वारा समय समय पर निर्माण कार्य को देखने के बाद भी शौचालय में सीढ़ी बनवाना उचित नही समझा। वही पीछे नाली का निर्माण कार्य भी अधूरा छोड़ दिया गया है। कुल मिलाकर पूरा असुविधा के साथ उच्च शिक्षा प्राप्त करेंगे स्व. दाऊ रामचंद्र साहू शासकीय महाविद्यालय के बच्चें।
वही पूर्व मुख्यमंत्री के शासन काल में महाविद्यालय भवन का निर्माण स्टेडियम के पास कराया जा रहा है। लेकिन 3 वर्ष बीतने के उपरांत भी कॉलेज का निर्माण पूर्ण नहीं हो पाया है। जनप्रतिनिधियों के उदासीनता और विभागीय अधिकारियों के अनदेखा के चलते या निर्माण कार्य लगभग 3 वर्षों से धीमी गति से चल रही है जिस पर अंतिम वर्ष के अध्यनरत छात्र-छात्राओं के मन में नाराजगी देखी जा रही है। वहीं सत्ता परिवर्तन के 7 महीने बीत जाने के बाद भी उक्त निर्माण कार्य में तेजी नही आई है जिस पर क्षेत्र के लोगो में नाराजगी है। कुछ लोगो का कहना है कि ऐसा लगता है अभी प्रथम वर्ष प्रवेश करने वाले बच्चे भी फाइनल तक इस कॉलेज का मुंह नहीं देख पाएंगे।
वही ग्राम पंचायत रानीतराई के युवा सरपंच निर्मल जैन से उक्त विषय में पाटन के गोठ रिपोर्टर करन साहू ने जानकारी ली तो बताया कि कालेज में बोर है वाटर लेबल के वजह से दिक्कत है वैसे रानीतराई में पानी की समस्या तो है नया पाइप लाइन लगने से समस्या का निदान होगा और कालेज में फनीचर की व्यवस्था पर्याप्त मात्रा में नहीं है हम लोग कुछ अपने तरफ से व्यवस्था किए हैं नया फनीचर तो कालेज को मिला ही नही है। नवीन महाविद्यालय के निर्माण कार्य भी बहुत ही धीमी गति से चल रही है विभाग शीघ्र निर्माण कार्य को अंजाम दे तो बच्चे सर्व सुविधा के साथ यहां उच्च शिक्षा ग्रहण करें।