अम्लेश्वर 18 मई : दुर्ग जिला अंतर्गत नगर पालिका अमलेश्वर में थाना के सामने स्थित विशाल मैदान पर 27 मई से श्री शिव महापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। इस कथा के मुख्य आयोजक जिला पंचायत दुर्ग के सभापति मोनू साहू,समाज सेवी विशाल खंडेलवार, पवन खंडेलवाल है। इनके साथ इनके पूरी टीम लगातार दिन रात कथा की तैयारी में लगे हुए है। आज कथा स्थल पर पंडाल लगाने का कार्य शुरू हुआ। आयोजको द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस आयोजन में 6 से 8 लाख श्रोता कथा सुनने आयेंगे। उसके अनुसार तैयारी की जा रही है। करीब 55 एकड़ जमीन को समतल किया गया है। जिसमे पंडाल लगाया जाएगा। तीन बड़े बड़े डोम वाला पंडाल बनाया जा रहा है। इसके अलावा पूरा क्षेत्र में और भी अलग अलग पंडाल लगाया जा रहा है। जिसमे श्रोता बैठ सके।
8 प्रवेश द्वार बनाए जा रहे
आयोजको द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक कथा स्थल पर प्रवेश के 8 प्रवेश द्वार बनकर तैयार है। इन प्रवेश द्वारों का नाम भी है। जिसमे श्री केदार नाथ , श्री बद्रीनाथ, श्री महाकाल, श्री हाटकेश्वर नाथ, श्री भैरव द्वार सहित अन्य नाम से प्रवेश द्वार बनाया जा रहा है। इन्हे में से एक द्वार से वो आई पी जो आयेंगे उनके जाने की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा बाहर पर सेवा करने वाले रहेंगे जो की व्यवस्थित रूप से सभी भक्तो को अंदर प्रवेश कराने में मदद करेंगे।
आकर्षक रहेगा मुख्य कथा पंडाल की बैकग्राउंड
जानकारी के मुताबिक पंडित प्रदीप मिश्रा के बैठने तथा मुख्य व्यासपीठ की ऊंचाई करीब 10 फिट इंची रहेगी। मंच बनाने का कार्य शुरू भी हो गया है। मुख्य मंच ने जो पीछे का दिवाल बनाया जा रहा है वह काफी आकर्षक रहेगा। आयोजको ने बताया की पीछे महादेव घाट के हाटकेश्वर नाथ मंदिर का दृश्य वृहद रूप से रहेगा। इसके अलावा खारुन नदी के मध्य बने लक्ष्मण झूला का भी सीन शिव भक्तो को देखने को मिलेगा। बाबा भोले नाथ का विशाल फोटो के साथ फ्लेक्स भी लगाया जाएगा।
13 एकड़ में रहेगी भोजन व्यवस्था
कथा श्रवण करने पहुंचे भक्तो के लिए भोजन की भी व्यवस्था की जा रही है। जानकारी के मुताबिक 13 एकड़ को किचन और भोजन पंडाल के रूप में निर्माण किया जा रहा है। भोजन पंडाल कथा स्थल से थोड़ी दूर पर बनाया जा रहा है। अभी भी तैयारी जारी है।
प्रचार के लिए घूम रहा ई रिक्शा
कथा के प्रचार प्रसार करने आयोजको ने काफी मेहनत किया जा रहा है। अभी भी मेहनत कर रहे है। गांव गांव तथा रायपुर शहर में प्रचार प्रसार के लिए आधा दर्जन ई रिक्शा रोज घूम रही है। जिसके माइक के माध्यम से कथा का आयोजन की जानकारी दे रहे है।