सेलूद 25 जून ।अटल व्यावसायिक परिसर के समीप पी डब्लू दी विभाग के द्वारा लगभग 1.25 करोड़ की लागत से बने शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सेलूद में बाउंड्रीवॉल नहीं है। जिसके कारण स्कूल कक्ष में मवेशी घूस जाते हैं। स्कूल में स्टाफ के साथ-साथ छात्र छात्राएं भी असुरक्षित हैं। ग्राम पंचायत एवं संस्था द्वारा बाउंड्रीवॉल बनवाए जाने की मांग लगातार किया गया जाता रहा है।लेकिन अभी तक ध्यान नहीं दिया। बच्चों को पढ़ाई में कोई व्यवधान न हो इसके लिए शीघ्र ध्यान देने की आवश्यकता है। आज से शिक्षा सत्र 2024-25 की कक्षाएं प्रारंभ रही है। एक साल से बाउंड्रीवाल नहीं होने का दंश झेल रहे छात्राओं को फिर से वही परेशानियों से दो चार होना पड़ेगा। स्कूल परिसर के साथ साथ खेल मैदान पर भी अवैध रूप से रेत, मुरुम, मिट्टी डालकर मैदान को अस्त व्यस्त कर दिया गया। शासकीय संस्था को भी शासन के द्वारा सुरक्षित नही रख पाना चिंतन का विषय है। सेलुद से होकर प्रतिदिन अधिकारीयो का आनाजाना लगा रहता है किंतु परिस्थिति का संज्ञान लेने वाला कोई जिम्मेदार अधिकारी नही है।
*रात में असामाजिक तत्वों का रहता है डेरा…….*
कन्या स्कूल में बाउंड्रीवॉल नहीं होने से शाम ढलते ही स्कूल परिसर में असामाजिक तत्वों का जमघट लग जाता है। सुबह स्कूल परिसर में खाली बोतलों से स्कूल मैदान भरा रहता है। छात्र छात्राओं को स्कूल में पहुंचने से पहले कई बार खाली बोतलों से सामना करना पड़ता है। मैदान में बोतलों को फोड़ दिए जाने से सायकिल पंचर हो जाता है। जिसके कारण स्कूल के शिक्षकों और बच्चों को प्रतिदिन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा नहीं है कि संबंधित विभाग के अधिकारियों को इस संबंध में जानकारी न हो जानकारी होने के बाद भी इन स्कूलों में अहाता निर्माण में लापरवाही बरती जा रही है। पिछले वर्ष भी तत्कालिक जिला शिक्षा अधिकारी को बाउंड्रीवाल बनाए जाने की मांगपत्र सौंपा गया था l लेकिन स्कूल परिसर में बाउंड्रीवाल निर्माण नहीं होने से बच्चों की पढ़ाई में बाधा उत्पन्न हो रही है । 500 मीटर की दूरी पर शासकीय कन्या शाला और स्वामी आत्मानंद हायर सेकेंडरी है जिसमे हजारो बच्चे अध्यनरत है किंतु पीडब्लूडी विभाग के द्वारा कई बार जानकारी प्रेषित करने के बाद भी अभी तक नही बनाया गया है एलएल।बच्चे जान जोखिम में डालकर पढ़ाई करने आते जाते रहते है। दोनों स्कूल के बीच से सिक्स लेन सड़क निर्माण का कार्य प्रगति पर है l कंपनी के द्वारा सुरक्षा मानकों की अनदेखी किया जा रहा है l अफसर लोग कुम्भकर्णीय नींद में सो रहे है l और किसी अनहोनी का इंतजार कर रहे है।