दुर्ग, 18 अक्टूबर / प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा एवं प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत जिला पंचायत सभा कक्ष में आज बीमा की राशि हितग्राही को सरलता से प्रस्तुत किया जाने व अधिक से अधिक हितग्राही को लाभ प्रदान किये जाने के संबंध में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। राज्य कार्यालय द्वारा एसपीएम श्री दीपेश डाबरिया एवं लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर प्रकाश सर के द्वारा विस्तृत में जानकारी प्रदाय की गई। इस दौरान सभी ब्लॉक एव क्लस्टर स्टाफ उपस्थिति रहे। प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा एवं प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में हितग्राही को राशि आहरण व बैक से सम्पर्क स्थापित करने की जानकारी दी गई। साथ ही क्लेम को असानी से हितग्राही के परिवार तक पहुुचांने के तरीके व ग्रामीण क्षेत्रों में आ रही समस्याओं का निराकरण किया गया।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत दुर्ग श्री अश्वनी देवांगन ने बताया कि जिले में पीएमजेजेबीवाई 18-50 वर्ष की आयु समूह के सभी ग्राहकों को 2.00 लाख रुपये का एक वर्षीय टर्म जीवन कवर प्रदान करता है। यह किसी भी कारण से हुई मृत्यु को कवर करता है। प्रत्येक ग्राहक को प्रति वर्ष 436 रूपए प्रीमियम देय होगा, जो ग्राहक के बैंक/डाकघर खाते से स्वतः कट रहा है। उन्होंने योजना से अधिक से अधिक पात्र हितग्राहियों का चयन करने प्रक्रिया व बैंक तक सफलतापूर्वक क्लेम को प्रस्तुत करने व आवेदन भरने की जानकारी साझा की। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना का वार्षिेक प्रीमियम मात्र 12 रूपए है। इस योजना का प्रीमियम ही इस योजना की खासियत बयां कर रहा है। इस बीमा योजना के अंतर्गत 12 रूपए वार्षिक प्रीमियम पर दुर्घटना बीमा किया जाएगा। यह योजना 18 से 70 साल के लोगों के लिए है। यदि इस योजना के अंतर्गत बीमित व्यक्ति की दुर्घटना में मौत हो जाती है, या फिर हादसे में दोनों आंखें या दोनों हाथ या दोनों पैर खराब हो जाते हैं, तो उसे 2 लाख रूपए मिलेंगें।
इस योजना के संचालन का तरीका ठीक प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना जैसा ही है। इन दोनों योजनाओं के हितग्राही जो ग्रामीण क्षेत्र में क्लेम को स्व-सहायता समूह की दीदीयों, बीमा सखी एवं बैक सखी के माध्यम से आवेदन और बैंक से सम्पर्क कर जानकारी ले सकते हैं। जिला पंचायत सीईओ श्री देवांगन ने ग्राम पंचायत में एक सक्षम केन्द्र की स्थापना किये जाने की बात कही। प्रशिक्षण कार्यक्रम में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन पीआरपी, एडीईओ, एफएलसीआरपी, बैक सखी, बीमा सखी, व अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।