करन साहू,रानीतराई 22 जून : पाटन विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत रानीतराई की निकटवर्ती ग्राम- खपरी (चूलगहन)में परिक्षेत्र मानिकपुरी पनिका समाज के तत्वाधान में संत कबीर प्राकट्य दिवस एवं लोकार्पण समारोह आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि भूपेश बघेल पूर्व मुख्यमंत्री एवं विधायक पाटन विधानसभा क्षेत्र रहे।अध्यक्षता ललित दास अध्यक्ष प्रदेश मानिकपुरी पनिका समाज ने की।विशेष अतिथि अशोक साहू उपाध्यक्ष जिपं,राजेश ठाकुर अध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस,रूपेंद्र शुक्ला महामंत्री जिला कांग्रेस,सुंदर दास प्रदेश उपाध्यक्ष,सुरेश दास जिला अध्यक्ष,रामदास मानिकपुरी तहसील अध्यक्ष,नीरा साहू सरपंच ने चौका आरती में सम्मिलित होकर संत कबीर दास जी को नमन किया।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सन्त कबीरदास जी के प्राकट्य दिवस पर समाज के द्वारा मुझे आमंत्रित करने के लिए धन्यवाद प्रेषित करते हुए कहा कि सन्त कबीर का इस धरती में अवतरण 627 वर्ष पूर्व हुआ।संत कबीर साहेब उत्तरप्रदेश के काशी में लहरतारा तालाब पर एक कमल के फूल पर अवतरित हुए थे।नीरू-नीमा उन्हें वहां से उठाकर घर ले गए थे जो कि उनके मुँह बोले माता-पिता कहलाए।लोकवेद के कारण कबीर दास जी को पूरी दुनिया एक जुलाहा,कवि या संत मानती है।पवित्र वेद भी कबीर परमेश्वर जी की महिमा गाते हैं।संत कबीरदास जी भक्तिकाल के प्रमुख कवि व न सिर्फ एक संत थे बल्कि वे एक महान विचारक और समाज सुधारक भी थे।उन्होंने अपने पूरे जीवन में समाज की बुराईयों को दूर करने के लिए हर संभव प्रयास किया और कई दोहे और कविताओं की रचना करके समाज को नई दिशा प्रदान किया है और आज भी वह प्रेरणादायक है।
श्री बघेल ने आगे कहा कि भक्ति काल में जहाँ सारी दुनिया भगवान की भक्ति में लीन थी एक शख्स ऐसा था जो निराकार ब्रह्म की उपासना करता था।हम हर वर्ष ज्येष्ठ के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को कबीरदास जयंती के रूप में मानते हैं।उन्होंने हिन्दू धर्म के आडम्बरों का जम कर और डट कर विरोध किया।उनके मुताबिक हर व्यक्ति के भीतर भगवान मौजूद होते हैं,उन्हें मंदिरों में, मूर्तियों में ढूंढने के बजाये, एक दूसरे से अच्छा व्यवहार करें,इसी से हमारी भक्ति पता चलती है। कोई स्वर्ग और नरक नहीं हैं,जो है यहीं है और हमारा व्यवहार ही सब निर्धारित करता है।किसी जाति या कुल में जन्म लेने से कोई व्यक्ति बड़ा नहीं होता, बड़े उसके कर्म होते हैं व उसी से वह महान सख्सियत बनता हैं।जो धार्मिक, सामाजिक लोगो के लिए प्रेरणास्रोत बनते हैं।
श्री बघेल जी ने आगे कहा कि हमको छत्तीसगढ़ महतारी एवं सभी समाज को सेवा करने का अवसर मिला हमने पूरी निष्ठा से किया।आज खपरी,चूलगहन में विकास कार्य की कोई कमी नहीं की,साथ ही सामाजिक बंधुओ की मांग पर सुसज्जित भवन आप सबको मिला है।जिसका लोकार्पण आज किए है।हमने कभी भी बैर भावना से कार्य नहीं किया।लेकिन आज वर्तमान सरकार बदले की भावना से राजनीति कर रही है।कई स्वीकृति सामाजिक भवनों एवं विकास कार्यों को निरस्त कर दिए है।अधिकारी भी उनके तलवे चाटने में लगे हुए हैं,उनको समझना चाहिए सत्ता आती जाती रहती है।
प्रदेश अध्यक्ष ललित दास ने पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा किए कार्यों की जमकर सराहना करते हुए परिक्षेत्र मानिकपुरी पनिका समाज के लिए लगभग 20 लाख का भवन का लोकार्पण हुआ,जिसके लिए समाज के तरफ से धन्यवाद प्रेषित किया।
उपाध्यक्ष अशोक साहू ने इस अवसर पर कहा कि कबीर दास जी का जीवन बेहद संघर्षपूर्ण रहा परन्तु वे अमर हो गए और वे पने महान विचारधारा के कारण आज भी हमारे बीच मौजूद हैं। उन्होंने स्कूली शिक्षा प्राप्त नहीं की लेकिन उनकी रचनाएँ हमें ‘बीजक’ जैसे ग्रन्थ में मिलते हैं, जिसे इनके शिष्यों ने लिखा है। इसमें मौजूद सभी दोहे व अन्य रचनाएँ कबीर दास जी के ही हैं।
मंच संचालन पुरषोत्तम धनकर एवं आभार रामदास मानिकपुरी ने किया।
इस अवसर पर परिक्षेत्र मानिकपुरी पनिका समाज के अध्यक्ष परदेशी दास,उपाध्यक्ष गोकुल दास,सचिव हिम्मत दास,गिरधर दास,नंदू दास,अशोक दास,रोहित दास,भगत दास,नोहर दास,रूप दास,भोज रघुवंशी,देवकुमार निषाद,भविष्य जैन,सुमीत विश्वकर्मा,सरपंच अशोक रिंगवानी,सीता सिन्हा,भेद वर्मा,ईश्वर निषाद,संतोष पटेल,टिकेंद्र वर्मा,अशोक कुलदीप,पुलस्य साहू,गणेश साहू,इतवारी साहू,ओमप्रकाश रघुवंशी,राहुल रघुवंशी,यादव सेन,भानु वर्मा,लक्की सिन्हा,आयुष टिकरिहा,सागर सिन्हा,दुकालू निषाद,नारद साहू, रामा साहू,सीता राम ठाकुर,नारायण निषाद,नीलकंठ शुक्ला,वीर देशलहरे,विष्णु वर्मा,श्रीराम चेलक,बबलू निर्मल,विनय मरकाम,अशोक साहू,हेमंत साहू सहित मानिकपुरी पनिका सामाजिक बंधु,महिलाएं एवम् ग्रामीणजन उपस्थित थे।