* बेलौदी में कृषि छात्रों ने किया RAWE/READY उन्मुखीकरण कार्यक्रम का शुभारंभ, किसानों को दी आधुनिक खेती की जानकारी…
* ग्रामीण कृषि अनुभव से किसानों को नई तकनीकों की जानकारी, छात्रों को मिलेगा व्यवहारिक ज्ञान…
बेलौदी(संतोष देवांगन): कृषि महाविद्यालय व अनुसंधान केंद्र मर्रा के बीएससी कृषि चतुर्थ वर्ष के छात्र-छात्राओं ने सोमवार को चयनित ग्राम बेलौदी में रावे/रेडी (RAWE/READY) उन्मुखीकरण कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। कार्यक्रम की शुरुआत माँ भारती व छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा-अर्चना से हुई। इसके उपरांत छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से माहौल को उत्सवमय बना दिया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. अजय वर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उनके साथ ग्राम पंचायत बेलौदी के लाडले सरपंच श्री हुकूमचंद निषाद, वरिष्ठ किसान दाऊ हितेश बघेल, दाऊ शंकर बघेल और देवकुमार निषाद भी मंचस्थ थे।
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कार्यक्रम समन्वयक डॉ. ओ.पी. परगनीहा के निर्देशन में छात्रों ने गांव में जन-जागरूकता अभियान चलाया और किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों, जैविक खेती और सतत कृषि प्रणाली की जानकारी दी। डॉ. वर्मा ने कहा, “इस कार्यक्रम से छात्रों को फील्ड में अनुभव मिलेगा और किसान वैज्ञानिकों से जुड़कर नवाचारों को समझ पाएंगे।”
डॉ. परगनीहा ने RAWE कार्यक्रम के उद्देश्य बताते हुए कहा कि इससे छात्रों को वास्तविक कृषि परिस्थितियों से रूबरू होने का अवसर मिलेगा, वहीं किसानों को वैज्ञानिक सलाह भी उपलब्ध होगी। वही वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. सी.आर. नेताम ने भी अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम के दौरान प्रगतिशील किसानों ने भी अपने अनुभव छात्र-छात्राओं से साझा किए। साथ ही छत्तीसगढ़ शासन मतस्यबोर्ड के पूर्व सदस्य देवकुमार निषाद, हितेश बघेल और शंकर बघेल ने पारंपरिक और आधुनिक खेती के संतुलन पर बल दिया।
इस आयोजन में डॉ. सुशीला, डॉ. मोहनिशा सिंह, डॉ. अंजली वर्मा, डॉ. नीतू स्वर्णकार, डॉ. मधुलिका सिंह, डॉ. किरण नागराज, डॉ. आशीष तिवारी, डॉ. तृप्ति ठाकुर, मैरी सुचिता खलखो, डॉ. मंजू ध्रुव, डॉ. रैना बाजपेयी, डॉ. विनीता झोड़ापे, सुरेश लोखंडे सहित महाविद्यालय के स्टाफ और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे। कार्यक्रम से यह संदेश स्पष्ट रूप से सामने आया कि विज्ञान और परंपरा का समन्वय ग्रामीण कृषि विकास का सशक्त माध्यम बन सकता है।