रानीतराई 27 अगस्त : पाटन विधान सभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम खर्रा के ग्रामीणों ने आज 27 अगस्त को गांव के पास शराब दुकान खुलने कि बात कि जैसे ही भनक लगी गांव के लोग इस पर रोक लगाने के लिए एकत्रित हुए और गांव मे बैठक कर इसको रोकने के हर संभव सघर्ष व सड़क कि लड़ाई लड़ने का निर्णय लिए व इस पर रोक लगाने के लिए कलेक्टर, सासंद व सहायक आयुक्त आबकारी विभाग, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व )पाटन, तहसीलदार पाटन मे ग्रामीण काफी संख्या मे पहुँचकर शिकायत किये वा अपने मांग के रखते हुवे आवेदन सौपे।ग्रामीणों ने मांग किये हैं कि यह दुकान हमारे गांव के आसपास नहीं खुलना चाहिये। ग्राम खर्रा के आसपास शराब कि दुकान नही चाहिए।
सुबह काम बंद कर बैठक मे पहुंचे ग्रामीण —
ग्राम खर्रा के ग्रामीण आज सुबह से सभी काम बंद कर गांव में महावीर चौक पर एकत्र हुए है।
ग्रामीणों के अनुसार आबकारी विभाग के द्वारा ग्राम पंचायत आसोगा के सीमा क्षेत्र में शराब दुकान खोलने की तैयारी की जा रही है। जिस जगह का चयन शराब दुकान के लिए किया गया है वह जगह ग्राम खर्रा से काफी नजदीक है। इस कारण ग्रामीण बहुत आक्रोशित है। आज सुबह से ही ग्रामीण घर के काम, खेती का काम छोड़कर साथ ही मवेशियों को भी आज घर से बाहर नहीं निकाला है। बताया जा रहा हैं की ग्रामीण शराब दुकान का विरोध करने आगे की रणनीति बना बना कर शासन प्रशासन के इस निर्णय के विरोध मे आगे बढ़ने का निर्णय लिए।
ग्रामीण अध्यक्ष रेखराम साहू, सचिव जनक वर्मा,सरपंच सुखित ठाकुर,उपसरपंच प्रभु धीवर,कुलदीप धर दीवाना,नीलकंठ साहू,ललित साहू,भजन लाल साहु,शोभा यादव, तीरथ साहू,अर्जुन साहू, पवन यादव, सत्तू यादव, सहित ग्रामीणों का कहना हैं खर्रा नाला के पास शराब कि दुकान खोलने कि तैयारी हैं जो कि यह ग्राम खर्रा से एक किलोमीटर दूर भी नहीं हैं अधिकारिओ कि इस निर्णय से हमारे गांव के लोगो को काफी नुकसान हैं, गांव के छोटे छोटे बच्चे का भविष्य बगड़ने व गांव का माहौल नजदीक मे शराब दुकान खोलने से ख़राब होगा। इससे क्षेत्र मे दुर्घटना होने कि सम्भवना बढ़ जाएगी व बच्चों का स्कूल आर जाने का यह मुख्य मार्ग हैं बच्चों को स्कूल जाने आने मे काफी दिक्क़तो का सामना करना पड़ेगा।
मांग पूरी नहीं हुई तो सड़क मे उतरेंगे ग्रामीण—
ग्रामीणों का कहना हैं कि सरकार एक ओर नशे से दूर रहने कि बाते करता हैं और गांव मे शराब कि नया दुकान कि तैयारी कर रही हैं. इस गंदगी को हमारे गांव के आसपास आने नहीं देंगे। इसको हटाने लिए हम सड़क कि लड़ाई भी लड़ने को तैयार हैं।शासन प्रशासन हमारी मांगो को अगर पूरी नहीं कि तो हम ग्रामीण अपने गांव को व बच्चों को नसे कि गिरफत मे जाने से बचाने के लिए आंदोलन कि राह अपनाएंगे।