*बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर ने संतों – महापुरुषों के विचारों अनुरूप लिखा संविधान*
*देश की आजादी के पश्चात निर्मित बीएसपी जैसे सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों से सामाजिक ढांचा हुआ मजबूत*
*ज्योतिबाफुले के सर्व शिक्षा का अभियान, शिक्षा के अधिकार के रूप में हमें मिला*
*संत नकुल देव ढीढ़ी छत्तीसगढ़ निर्माण व गुरू घासीदास जयंती के अग्रदूत के साथ गौ रक्षक भी थे*
सतनामी समाज छाटा एवं सतनामी आसरा पाटन ने मनाया छाटा में “संत नकुल देव ढीढ़ी” की जयंती… पाटन: विश्व रत्न बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर , शिक्षा क्रांति ज्योतिबाफुले एवं छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण प्रथम जेल सत्याग्रही व गुरू घासीदास जयंती के जन्मदाता संत नकुल देव ढीढ़ी का जयंती समारोह ग्राम पंचायत छाटा, सतनामी समाज छाटा एवं सतनामी आसरा पाटन के संयुक्त तत्वावधान में रविवार 20 अप्रैल को ग्राम छाटा में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के आसंदी से पूर्व मुख्यमंत्री डॉ भूपेश बघेल ने कहा कि देश की आजादी के पश्चात बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर के अथक प्रयासों से विश्व के सबसे श्रेष्ठ और सबसे बड़े संविधान का सौगात हम भारतीयों को मिला। जिसमें सभी संतों और महापुरुषों के सम्माननीय विचार समाहित है। तथा देश के आजादी के पश्चात बने बीएसपी सहित तमाम सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों से बहुसंख्यक समाज के लोगों को रोजगार के अवसर मिलने से सामाजिक ढांचा मजबूत हुआ था। जिन्हें निजीकरण करने से आरक्षण खत्म होते जा रहा है- संविधान एवं संविधान में निहित समाजवादी अर्थव्यवस्था को खतरा शुरू हो गया है। तथा संविधान की रक्षा करना प्रत्येक भारतीयों का कर्तव्य है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फूले के सर्व जन के लिए शिक्षा के अवसर आज हम सब के बीच में शिक्षा के अधिकार के रूप में विद्यमान हैं। तथा आज शिक्षा प्राप्त कर सर्व समाज के बेटे – बेटियां सम्माननीय पदों पर सुशोभित है।
आगे कहा कि संत नकुल देव ढीढ़ी ने छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के लिए प्रथम जेल सत्याग्रही तथा गुरू घासीदास जयंती के अग्रदूत के रूप में योगदान दिए इसके अलावा गौ हत्या को रोकने व्यापक रूप से जन आंदोलन चलाकर सच्चे गौ रक्षक की भूमिका अदा किए।
कार्यक्रम में अध्यक्षता कर रहे जिला पंचायत सदस्य देवेन्द्र चंद्रवंशी , पत्रकार बलराम यादव एवं बहुजन विचारक भूषण नादिया ने भी महापुरुषों एवं संविधान पर अपने विचारों के माध्यम से प्रकाश डाला ।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर, ज्योतिबा फूले, नकुल देव ढीढ़ी के छायाचित्र एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय घनश्याम तिवारी के मूर्ति व संविधान पुस्तिका पर माल्यार्पण पश्चात प्राथमिक शाला कौही के विद्यार्थी रोहन निषाद के द्वारा प्रस्तावना वाचन से हुआ।
इस दौरान प्राथमिक शाला कौही के बच्चों ने बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर एवं संविधान से संबंधित गीत पर नृत्य प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम का संचालन शिक्षादूत राजेन्द्र मारकण्डे ने किया।
एवं आभार प्रदर्शन पूर्व सरपंच व जनपद सदस्य श्रीमती ओम टंडन ने किया। वहीं कार्यक्रम में कमलेश चेलक सरपंच छाटा,प्रियलता महिपाल सरपंच औसर, श्रीमती उमा देवी चेलक उपसरपंच, पंच प्रभाकर टंडन, संतोष यादव, विरेन्द्र चेलक, मनोज वर्मा, श्रीमती तिरिथ बाई साहू, अल्का चेलक, जमुना यादव, दुलार सिंह ठाकुर व्याख्याता, अंकेश महिपाल शिक्षक, योग एवं आयुर्वेदाचार्य आदित्य टंडन,राजेन्द्र प्रसाद मारकण्डे, स्वाति मारकण्डे,टुम्मन जोशी,वेद प्रकाश ठाकुर, मूशन घृतलहरे, कुणाल मारकण्डे,सोनू कौशिक, पुनम चंद चेलक,नरेश चंदेल, धनश्याम चेलक, रितिक चेलक, गोविंदा चेलक,शिव कामड़िया, लोकेश देशलहरे, खूबचंद चेलक, अंजोर दास चंदेल, चन्द्रशेखर जोशी, योगेश नायक,गैंद लाल खुटियारे, भागवत बंजारे, श्रीमती कल्याणी,धर्मिन चेलक, लक्ष्मी चेलक सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित रहे।