बोरिद पाटन 24 दिसंबर : स्व. दाऊ रामचंद्र साहू शासकीय महाविद्यालय रानीतराई के राष्ट्रीय सेवा योजना के ग्राम बोरिद में आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर आज संपन्न हुआ। इस समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. एस. के. पांडे – पूर्व कुलपति पं. रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर , कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे श्री निर्मल जैन – महाविद्यालय जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष, एवं विशेष अतिथि के रूप में महाविद्यालय के प्राचार्य – डॉ. अरुण कुमार मिश्रा, इंजीनियर – श्री योगेश शर्मा,सलाहकार सिटकॉन, श्री ईश्वर मिश्रा पूर्व सरपंच ग्राम बोरिद एवं सहायक प्राध्यापक अर्थशास्त्र श्री चंदन गोस्वामी उपस्थित रहे । इस कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती और स्वामी विवेकानंद जी की पूजा अर्चना के साथ किया गया। तत्पश्चात डिंपल एवं साथी के द्वारा राजकीय गीत गाया गया। इसके बाद सभी अतिथियों का स्वागत किया गया । महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अरुण कुमार मिश्रा ने पूर्व कुलपति डॉ.एस. के. पांडे को इस शिविर के समापन कार्यक्रम में अपने बीच पाकर खुशी व्यक्त किए। और इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी अतिथियों , स्वयंसेवकों को धन्यवाद दिए । इंजीनियर श्री योगेश शर्मा सभी स्वयंसेवकों को स्वरोजगारों के बारे में बताते हुए कहा कि नौकरी ही हमारा अंतिम उद्देश्य नहीं होना चाहिए। बिना नौकरी के भी रोजगार के माध्यम से जीवन में बहुत आगे जाया जा सकता। उन्होंने युवाओं को स्वरोजगार के क्षेत्र में आगे आने के लिए प्रेरित किया ।
श्री निर्मल जैन अध्यक्ष जनभागीदारी समिति एवं सरपंच ग्राम पंचायत रानीतराई ने भी युवाओं को स्वरोजगार के क्षेत्र में आने के लिए अनेक माध्यम बताएं । डॉ.एस.के. पांडे पूर्व कुलपति पं. रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर ने राष्ट्रीय सेवा योजना के उद्देश्य एवं महत्व को बताते हुए कहते है की स्वैच्छिक सामुदायिक सेवा के माध्यम से छात्र युवाओं के व्यक्तित्व और चरित्र का विकास करना इस योजना का प्राथमिक उद्देश्य है। ‘सेवा के माध्यम से शिक्षा’ यह एनएसएस का उद्देश्य है। उन्होंने सभी स्वयं सेवकों को इस उद्देश्य को अपने जीवन में उतारने के लिए प्रेरित किया । इस समापन कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी सुश्री रेणुका वर्मा ने किया तथा आभार व्यक्त महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक श्री चंदन गोस्वामी ने किया।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय के वरिष्ठ सहायक प्राध्यापक डॉ. आलोक शुक्ला , डॉ . रेशमी महिश्वर , सुश्री भारती गायकवाड़ , श्रीमती शगुफ्ता सिद्दीकी, श्रीमती अंबिका ठाकुर बर्मन, श्रीमती आराधना देवांगन अतिथि व्याख्याता में श्री टीकेश्वर कुमार पाटिल, सुश्री शिखा मड़रिया, डॉ. दीपा बाईन, श्री दानेश्वर प्रसाद, एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के सभी स्वयंसेवकों का सहयोग रहा ।