कुम्हारी: विकासखंड पाटन अंतर्गत प्राथमिक शाला परसदा इन दीनों शिक्षक की कमी से जूझ रही है। आपको बता दें इस स्कूल की दर्ज संख्या 150 है लेकिन प्रशासन के द्वारा या शिक्षक विभाग के द्वारा यहां शिक्षक की कमी को दूर नहीं की गई स्कूल खुलने के पहले शिक्षक विभाग के द्वारा 30 बच्चे पर एक शिक्षक की बात कही गई थी, उस हिसाब से इस स्कूल में पांच शिक्षक होनी चाहिए। लेकिन दो शिक्षक के भरोसे है प्राथमिक शाला परसदा ऐसे में कैसे गढ़े नन्हे मुन्ने बच्चों की भविष्य वही एक शिक्षक ऐसे हैं जो खुद ही नहीं पढ़ सकता तो बच्चों को क्या पढ़ाएगा वह क्या बोलते हैं क्या पढ़ते हैं बच्चे को कोई कुछ समझ में नहीं आता फिर भी रोज स्कूल आकर दस्तखत कर कर कुर्सी तोड़ते हुए बैठे रहते हैं। जिसकी जानकारी विभाग को ब्लॉक शिक्षक अधिकारी को जिला शिक्षा अधिकारी को दिया गया है। जानकारी के मुताबिक कौशल कुमार शुक्ला का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता फिर भी वह स्कूल आकर अपना उपस्थिति दर्ज करते हैं अभी कुछ दिनों से वह अपने श्रीमती को साथ लेकर आते हैं और वही बच्चों को अध्यापन कार्य करा रही है। लेकिन मजेदार बात यह है कि किसी को भी इसकी जानकारी लिखित रूप से नहीं दी गई है नहीं विभाग को और ना ही पालक समिति को प्रधान पाठक पवन कुमार साहू पाटन के गोठ रिपोर्टर करन साहू से चर्चा करते हुए बताया कि 2012 से इस प्राथमिक शाला परसदा स्कूल में शिक्षक की कमी है जो आज तक चलता आ रहा है कई बार शासन प्रशासन को लिखित रूप से आवेदन देकर शिक्षक की मांग की गई है लेकिन अभी तक पूरी नहीं हो पाई है 150 बच्चे अभी इस स्कूल में अध्यनरत है और हम दो शिक्षक इन बच्चों को पढ़ा रहे हैं। लेकिन एक शिक्षक का स्वास्थ्य खराब होने के कारण वह बच्चों को ढंग से नहीं पढ़ा पाता और ना ही बच्चों को समझा पाता है ।अध्यापन कार्य के लिए चार शिक्षक दानदाता के द्वारा रखा गया है उसी से बच्चों की पढ़ाई की जा रही है। वही पालक समिति एवं ग्रामीणों में स्कूल में शिक्षक की कमी को लेकर नाराजगी देखी जा रही है।