कुम्हारी 21 दिसंबर। आईसीएफएआई विश्वविद्यालय कुम्हारी रायपुर ने शनिवार को रायपुर के होटल बेबीलोन कैपिटल में अपना दूसरा दीक्षांत समारोह मनाया। छत्तीसगढ़ के माननीय राज्यपाल श्री रमेश डेका कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में कुलपति प्रो. डॉ. आर.पी. कौशिक, पूर्व भारतीय राजदूत तुर्कमेनिस्तान, कुलपति प्रो. डॉ. सत्य प्रकाश दुबे, डीन अकादमिक्स डॉ. के. किशोर कुमार एवं रजिस्ट्रार डॉ. मनीष उपाध्याय; आईसीएफएआई विश्वविद्यालय रायपुर के शासी निकाय के सदस्य गणमान्य नागरिक , स्नातक छात्रों एवं उनके माता-पिता के साथ उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में आईसीएफएआई विश्वविद्यालय रायपुर के दूसरे दीक्षांत समारोह में उपस्थित होने का अवसर मिलने पर आभार व्यक्त किया। इंजीनियरिंग, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, कला, वाणिज्य और कानून के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान और शिक्षा प्रदान करने के लिए श्री रमेश डेका ने नए स्नातकों को बधाई दी, जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और दृढ़ता से अपनी शैक्षणिक खोज में सफलता प्राप्त की है उन्होंने आगे कहा कि आईसीएफएआई विश्वविद्यालय रायपुर देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक है जो कई वर्षों से शिक्षा के विभिन्न शाखाओं में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए जाना जाता है। उन्होंने कहा कि संस्थान ने कई कठिनाइयों और चुनौतियों के बावजूद अपनी वर्तमान स्थिति को प्राप्त करने में सफलता पाई है, जिसमें योग्य संकाय सदस्य हैं और मुख्यधारा के इंजीनियरिंग विषयों और अन्य पाठ्यक्रमों में 400 से अधिक छात्र-छात्राएं नामांकित हैं।
मुख्य अतिथि ने बच्चों के शैक्षणिक प्रयासों के संबंध में उनके माता-पिता के प्रेरणादायक समर्थन के लिए भी बधाई दी। उन्होंने कहा कि वास्तविक दुनिया में किसी व्यक्ति का प्रदर्शन हमेशा अर्जित ज्ञान और कौशल का कुशलतापूर्वक उपयोग करने की उसकी क्षमता पर निर्भर करता है। उन्होंने युवा छात्रों से संस्थान द्वारा प्रदान किए गए सभी अवसरों का लाभ उठाने का आग्रह किया और कहा कि सीखना एक अनंत प्रक्रिया है, और जब वे अपने ज्ञान को लागू करने और आगे बढ़ने के लिए योगदान देने और हमेशा रचनात्मक परिवर्तन लाने का अवसर प्राप्त करते हैं तो कोई क्या सीखता है यह महत्वपूर्ण है।उन्होंने सभी स्नातकों से समाज के उत्थान के लिए काम करने, अपनी मान्यताओं को मजबूत करने और सफलता प्राप्त करने मूल शोध के लिए प्रयास करने का आग्रह किया।
इस अवसर पर आईसीएफएआई विश्वविद्यालय रायपुर ने पीजी, यूजी और डिप्लोमा छात्रों को लगभग 400 डिग्री प्रदान की, साथ ही विभिन्न विभागों के मेधावी छात्रों को 21 स्वर्ण पदक और 18 रजत पदक प्रदान किए, जिन्होंने वर्ष 2023-24 में स्नातक किया है। अपने संबोधन में कुलपति डॉ. सत्य प्रकाश दुबे ने सभी सम्मानित गणमान्य अतिथियों को उनकी गरिमामयी उपस्थिति के लिए हार्दिक धन्यवाद दिया। इसके अलावा, उन्होंने स्थापना के बाद से विश्वविद्यालय की प्रगति के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि स्नातकों को भविष्य को आकार देने और नवाचारों के साथ राष्ट्र की सेवा करने और परिवर्तन लाने के लिए अतिरिक्त जिम्मेदारियां सौंपी जाती हैं क्योंकि वे केवल पूर्व छात्रों का हिस्सा नहीं हैं बल्कि संस्थान के मशालवाहक और राजदूत हैं। विश्वविद्यालय के डीन अकादमिक्स डॉ. के. किशोर कुमार ने उत्तीर्ण छात्रों को उनकी पेशेवर और राष्ट्रीय भूमिकाओं के लिए अपनी प्रतिष्ठित डिग्री को बनाए रखने की गंभीर प्रतिज्ञा लेने की बात कही
कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. मनीष उपाध्याय ने कार्यक्रम में उपस्थित समस्त गणमान्य अतिथियों को धन्यवाद दिया और सभी स्नातक छात्रों को उनके भविष्य के प्रयासों के लिए बधाई दी।
कार्यक्रम के अंत मे सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया पश्चात राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।