* गुरू घासीदास के विचारों से मानव समाज के बीच मतभेद ने सौहार्द का रूप लिया…
* कौही में गुरूवार 25 दिसंबर को गुरू घासीदास का 269 वीं जयंती मनाया गया…
* गुरू घासीदास जयंती में प्रभु ईसा मसीह व भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई के योगदान को भी याद किया गया…
* मनखे – मनखे एक बरोबर के विचार को अंगीकृत कर मानव समाज की सेवा करें…
पाटन: गुरूवार 25 दिसंबर को कौही में गुरू घासीदास जी के 269 वीं जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर उपस्थित अतिथि वक्ताओं ने कहा कि गुरू घासीदास जी के संदेश मनखे – मनखे एक बरोबर के महान विचार के कारण आज मानव समाज में विभिन्न मतावलंबियों के बीच आपसी मतभेद के बदले सौहार्द की भावना बढ़ी है तथा उनके महान विचारों में चलकर समस्त मानव समाज की सेवा करना ही सच्चे अर्थों में गुरू घासीदास जयंती मनाना सार्थक होगा।
25 दिसंबर को गुरू घासीदास जयंती पर प्रभु ईसा मसीह के मानवता के रूप में दया करूणा प्रेम व भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई के देश के विकास में योगदान को भी उनके जन्म जयंती पर स-सम्मान याद किया गया।
गुरू घासीदास जयंती पर पंथी पार्टी तमोरा के प्रस्तुति के साथ शोभायात्रा पश्चात जयस्तंभ पर पालो चढ़ाया गया। कौही में गुरू घासीदास जयंती समारोह के मुख्य अतिथि अशोक साहू पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष, अध्यक्षता श्रीमती लीना साहू सरपंच, विशेष अतिथि श्रीमती मनोरमा टिकरिहा पूर्व सरपंच, समाजिक कार्यकर्ता शीतकरण महिलवार, राजेन्द्र मारकण्डे प्रधानपाठक, योगेश्वर साहू अध्यक्ष मंदिर समिति,मेहत्तर जोशी, धनेश्वर देवांगन पूर्व उपसरपंच, गंगा राम साहू,बिरेंद्र मारकण्डे, अस्वस्थामा, राजेन्द्र जोशी, उधो मारकण्डे सहित बड़ी संख्या में समाजिक एवं ग्रामीण जन उपस्थित रहे।




