अम्लेश्वर: छत्तीसगढ़ इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र पाहंदा (अ)में आज 25 जुलाई को आधुनिक खेती पर कृषि वैज्ञानिक परिचर्चा किसानों के साथ किया गया जहां इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर से आए हुए अधिकारियों के द्वारा उपस्थित किसानों को कृषि संबंधित विभिन्न प्रकार के आधुनिकीकरण के बारे में जानकारी दिया गया प्रमुख जानकारी आने वाले समय में खेतों में एक तरह की सेंसर बोर्ड लगाकर किसानों को उनके समस्याओं को जानकारी देने का प्रयास किया जाएगा जिसका कार्य प्रगति पर है उपस्थित किसानों को दिखाया गया कि किस प्रकार से मिट्टी में सेंसर बोर्ड लगाकर उनकी पोषक तत्व, नाइट्रोजन एवं नमी कैसे किसानों को उनके मोबाइल के जरिए जानकारी दिया जाए इसके बारे में परिचर्चा किया गया।
वही उपस्थित किसानों ने अपनी समस्या को रखते हुए अधिकारियों को बताया कि आज कृषि कार्य में सबसे बड़ी समस्या सुरक्षा की है जिसके लिए हम सभी किसान चिंतित है किस तरह से फसल की सुरक्षा हो उसके उपाय में भी कुछ जानकारी कृषि अधिकारियों से मांगा गया जहां कृषि अधिकारियों के द्वारा खेतों में लगे सेंसर बोर्ड से मोबाइल के जरिए जानवरों से खेतों की सुरक्षा फसलों की सुरक्षा आने वाले समय में किया जाएगा एवं मोबाइल के जरिए आप लोगों को सूचना दिया जा सकता है। जिसके लिए भारत सरकार के द्वारा कार्य किया जा रहा है ।
उक्त कार्यक्रम में कृषि विश्वविद्यालय से आए अधिकारीगण एवं कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ विजय जैन, कृषक दीपक चंद्राकर, सुजीत बघेल, संतराम कुर्रे सहित अनेकों किसान मौजूद रहे ।
इस अवसर पर संस्था के कर्मचारी वैज्ञानिक डॉ ईश्वरी साहू ,डॉ प्रफुल्ल सर ,डॉ विनय सर, आरती टिकरिहा कमल नारायण सहित स्टॉप गण मौजूद रहे।