शिवोम विद्यापीठ के विद्यार्थियों ने किया ‘शिवोम शंखनाद’, नुक्कड़ नाटक से दी सामाजिक जागरूकता की मिसाल…
रायपुर ; रायपुरा महादेव घाट के समीप स्थित शिवोम विद्यापीठ इंग्लिश मीडियम स्कूल ने एक बार फिर साबित किया कि शिक्षा सिर्फ पुस्तकों तक सीमित नहीं होती, बल्कि समाज में चेतना और बदलाव लाने का माध्यम भी बन सकती है। गांधी जयंती के अवसर पर विद्यालय द्वारा “शिवोम शंखनाद” नामक विशेष जागरूकता अभियान आयोजित किया गया, जिसमें विद्यार्थियों और शिक्षकों ने मिलकर शहर के विभिन्न प्रमुख स्थानों पर जनजागरूकता फैलाने का बीड़ा उठाया।
इस अभियान का मुख्य उद्देश्य था सोशल मीडिया और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के दुष्प्रभाव, तथा शुद्ध और अशुद्ध आहार के बीच का अंतर आम लोगों तक पहुँचाना। विद्यार्थियों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को बताया कि कैसे डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म का गलत उपयोग मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य पर असर डाल रहा है, और साथ ही उन्होंने पोषणयुक्त आहार के महत्व पर भी प्रकाश डाला।
वहीं विद्यार्थियों की टोलियाँ ने जयस्तंभ चौक, कालीबाड़ी, बूढ़ा तालाब, सुंदर नगर, भारतमाता चौक, रेलवे स्टेशन, पचपेड़ी नाका, अमलेश्वर, साकरा और ग्रीन अर्थ सिटी जैसे विभिन्न सार्वजनिक स्थलों पर पहुँचीं। वहाँ उन्होंने रंग-बिरंगे प्रॉप्स और स्लोगन के माध्यम से आम जनता का ध्यान आकर्षित किया और प्रभावशाली तरीके से संदेश पहुँचाया।
विद्यालय की प्राचार्या ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि “हमारा उद्देश्य विद्यार्थियों को सिर्फ अकादमिक रूप से नहीं, बल्कि सामाजिक रूप से भी जागरूक नागरिक बनाना है। ‘शिवोम शंखनाद’ इसी दिशा में हमारा छोटा-सा प्रयास है। यह आयोजन एक प्रेरणा है कि कैसे शिक्षण संस्थाएं सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हुए समाज को सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ा सकती हैं।