शिक्षक दिवस पर “गुरु सम्मान में सराबोर हुआ शिवोम् विद्यापीठ”, शिक्षक केवल पढ़ाते ही नहीं, बल्कि जीवन के मूल्य, अनुशासन और संस्कार भी सिखाते हैं- जया बंदेलु
अमलेश्वर/पाटन: शिवोम् विद्यापीठ में शिक्षक दिवस धूमधाम और गरिमामय माहौल में मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय प्रांगण पूरी तरह उत्साह, सम्मान और संस्कारों से सराबोर दिखाई दिया। विद्यार्थियों ने अपने गुरुजनों के प्रति कृतज्ञता प्रकट की।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इसके बाद विद्यार्थियों ने ‘गुरु बिना ज्ञान नहीं’ विषय पर नाटिका प्रस्तुत कर शिक्षकों की महत्ता को जीवंत रूप से दर्शाया।
इस अवसर पर असिस्टेंट डायरेक्टर श्री अशरफ अली ने शिक्षकों के अथक परिश्रम और योगदान की सराहना करते हुए कहा कि “शिक्षक दिवस केवल उत्सव नहीं, बल्कि यह संकल्प का दिन है कि हम शिक्षा को समाज की उन्नति और देश की प्रगति के लिए उपयोग में लाएँ।
विशेष बात यह रही कि शिवोम् विद्यापीठ के प्रबंधन ने भी शिक्षकों के साथ शिक्षक दिवस मनाया और उन्हें सम्मानित किया। प्रबंधन ने कहा कि “विद्यालय की नींव शिक्षक ही होते हैं, उनके सहयोग और समर्पण से ही संस्था निरंतर प्रगति कर रही है।”
विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती जया बंदेलू ने संबोधित करते हुए कहा – “शिक्षक केवल पढ़ाते ही नहीं, बल्कि जीवन के मूल्य, अनुशासन और संस्कार भी सिखाते हैं। वे समाज और राष्ट्र निर्माण के असली शिल्पकार होते हैं।” उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे अपने जीवन में गुरुजनों का आदर और उनके बताए मार्ग का अनुसरण करें।
शिवोम् विद्यापीठ में शिक्षक दिवस का यह आयोजन शिक्षकों, विद्यार्थियों और प्रबंधन के बीच अटूट संबंध और परस्पर सम्मान का जीवंत प्रतीक बन गया।