पाटन : विधानसभा क्षेत्र के सेवा सहकारी समिति सांकरा, जामगांव(एम) व तर्रा का जिलाध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी, दुर्ग (ग्रामीण) राकेश ठाकुर ने किसानों से लगातार मिल रहे शिकायत को देखते हुवे शुक्रवार को औचक निरीक्षण किया ।
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि समितियों में डीएपी खाद जो किसानों को अधिकतम पसंद है व डीएपी खाद से ही किसानों को सबसे ज्यादा पैदावार होता है उस खाद को धीरे धीरे बंद कर करने जा रही है। कुछ समितियों को ही छोड़कर अधिकतम में डीएपी खाद उपलब्ध नही है। ⬇️शेष नीचे⬇️
*👉यह भी पढ़े : आभाष दुबे बने नगर पंचायत पाटन के नेता प्रतिपक्ष,पाटन कांग्रेस में हर्ष दी बधाई*
*👉यह बह पढ़े :- छात्रावास में नौकरी लगाने के नाम पर की लाखों की ठगी, फरार हुआ आरोपी गिरफ्तार
श्री ठाकुर ने जब इस संबंध में समितियों से जानकारी लिया तब मालूम हुआ कि किसानों के न चाहते हुवे भी डीएपी की जगह जबरदस्ती एनकेपी खाद किसानों को दिया जा रहा है । निरीक्षण के दौरान के उपस्थित किसानों ने जिलाध्यक्ष राकेश ठाकुर को बताया कि डीएपी खाद अधिकतम पैदावार देने वाला खाद है जिसे शासन साजिसवश बंद कर एनकेपी खाद जबरदस्ती किसानों को दिया जा रहा है, जिससे किसानों को सीधा सीधा 25 से 30 प्रतिशत पैदावार कम होता है । मौके पर जिलाध्यक्ष राकेश ठाकुर ने जिला खाद्य अधिकारी से फोन पर बात किया । इस पर जिला खाद्य अधिकारी का कहना था की बाकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में डीएपी का शॉर्टेज चल रहा है इस वजह से किसानों को डीएपी का खाद नही मिल रहा है। ⬇️शेष नीचे⬇️
*👉यह भी पढ़े : भारत का सबसे महंगा शेयर बना MRF ! इंवेस्टर्स को दिया हजारों प्रतिशत तक का रिटर्न ? जानिए*
*👉यह भी पढ़े : *कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश ठाकुर का जोशीला स्वागत, पार्टी को मजबूत करने लगातार दौरा*
जिलाध्यक्ष श्री राकेश ठाकुर ने शासन पर आरोप लगाते हुवे कहा कि भाजपा सरकार जानबूझकर किसानों को जबरदस्ती कम पैदावार वाली खाद पकड़ा रही है जिससे किसानों को सीधा- सीधा 25 से 30 प्रतिशत तक कम पैदावार प्राप्त होगा जो भाजपा सरकार की सोंची समझी रणनीति है। भाजपा सरकार स्पष्ट रूप से चाहती है किसानों की फसल का पैदावार कम हो ताकि धान खरीदी कम मात्रा में करना पड़े । अंतरराष्ट्रीय बाजार में शॉर्टेज कहना एक बहाना है। सरकार के इस रवैये से किसान नाराज है , किसान उचित व सही पैदावार वाला खाद का राह देख रही है। इस दौरान समारू सिंगौर, प्रेमलाल सिंगौर, रामशरण बंधे, दुलार चंद्राकर, योगेश चंद्राकर, शीतल चंद्राकर, हितेश कुमार निर्मलकर, लक्की यदु, नोगेन्द्र यदु, अमृत, धनेश्वर साहू, गोविंदा निषाद, चंद्रकांत निषाद, निखिल निर्मलकर सहित अन्य मौजूद थे।