दुर्ग 11 मई: जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान अछोटी दुर्ग के कला शिक्षा प्रभारी व्याख्याता बी.व्ही. आर. मूर्ति की सेवानिवृत्ति पर बालोद और दुर्ग जिले के कला शिक्षकों ने सन पब्लिक स्कूल चंदखुरी दुर्ग के सभागार में उत्साहपूर्वक विदाई समारोह का आयोजन किया। प्रारंभ में श्री बी.ही.आर.मूर्ति और कला शिक्षकों द्वारा मां सरस्वती की ताम्र प्रतिमा पर माल्यार्पण, धूप-दीप प्रज्वलित कर प्रतिभा त्रिपाठी द्वारा सरस्वती वंदना, अजय वर्मा द्वारा गुरु वंदना व राज गीत लखेश्वर साहू द्वारा प्रस्तुत किया गया। क्रमशः सेवानिवृत्त व्याख्याता बी. व्ही.आर. मूर्ति सहित उपस्थित अतिथियों एच.एस.वर्मा पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी व डायरेक्टर सन पब्लिक स्कूल चंदखुरी, आर.एल. ठाकुर संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग दुर्ग, मंजू पसीने सेवानिवृत प्राचार्य डाइट अछोटी दुर्ग सहित जिले के वरिष्ठ प्राचार्यों का कला शिक्षकों द्वारा पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया। श्री मूर्ति के सानिध्य में किए गए कार्यों का उल्लेख करते हुए देवेन्द्र कुमार बंछोर,राम कुमार वर्मा, द्रोण कुमार सार्वा,पुष्पा चौधरी बालोद ने शिक्षा के साथ स्थानीय संस्कृति को जोड़ने कला के विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण लेने,शैक्षिक नवाचारों में सहभागिता के अनुभव को व्यक्त करते हुए कहा गया कि उन्हें इस दिशा में काफी मार्गदर्शन प्राप्त हुआ है।इस जिले के शिक्षकों में उत्साह का संचार होने के साथ ही स्कूली शिक्षा में छत्तीसगढ़ी भाषा, लोक साहित्य और विलुप्त होती कला विधाओं को समृद्ध करने की दिशा में सक्रिय कार्य किया है।इसमें आगे भी सतत् मार्गदर्शन देने की आग्रह किया गया। समारोह में नरोत्तम साहू,अजय वर्मा ने भावपूर्ण गुरु वंदना एवं सुगम संगीत भजनों से समारोह को सांगीतिक बनाया।अतिथि संबोधन क्रम में वरिष्ठ प्राचार्य अरविंद कुमार तिवारी व जिला शिक्षा अधिकारी के.व्ही राव, श्रीमती मंजुलता पसीने ने श्री मूर्ति सर के कार्यों के प्रति निष्ठा और दुर्ग जिला कला शिक्षा को बढ़ावा देने के प्रयासों की खुली प्रशंसा की। विशिष्ट अतिथि के रुप में पधारे एच.एस. वर्मा सेवानिवृत्त जिला शिक्षा अधिकारी व डायरेक्टर सन पब्लिक स्कूल चंदखुरी ने श्री मूर्ति द्वारा डाइट खैरागढ़ में किए गए कार्यों व दुर्ग जिले के स्कूलों में शैक्षिक योजनाओं, कला शिक्षा के क्षेत्र में लगन से किए गए कार्यों का उल्लेख कर निरंतर आगे भी कार्य करते रहने की अपील की। अति विशिष्ट अतिथि आर.एल. ठाकुर संभागीय संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग दुर्ग ने श्री मूर्ति के साथ शासकीय कार्यों, शैक्षिक योजनाओं को जमीनी स्तर पर लागू करने हेतु मूर्ति जी के कार्यो को यादकर उनके योगदान की सराहना की।
संस्थान के डायरेक्टर एच.एस.वर्मा व आर.एल. ठाकुर द्वारा श्रीफल, शाला व पुष्प गुच्छ भेंट कर श्री मूर्ति का संयुक्त रुप से सम्मान किया गया। इस अवसर पर पारुल चतुर्वेदी द्वारा लोकगीत प्रस्तुत किया गया। वहीं कला शिक्षकों द्वारा क्षेत्रीय व लोकप्रिय फिल्मी गीतों का गायन कर समारोह को उत्साहजनक बनाया गया। मुख्य अतिथि श्री बी. व्ही. आर. मूर्ति द्वारा अपने उद्गार प्रस्तुति के क्रम में दुर्ग जिला के स्कूली शिक्षा के साथ ही कला के क्षेत्र में किए गए कार्यों, छत्तीसगढ़ी व्याकरण लेखन, पाठ्यक्रम में छत्तीसगढ़ी पाठों को शामिल करने सहित अन्य बाल केंद्रित क्रियाकलापों को लागू करने में जिले के शिक्षकों के सहयोग की प्रशंसा कर आगे भी काम करते रहने की प्रेरणा दी गई। समारोह में कला शिक्षकों द्वारा सेवानिवृत्त व्याख्याता श्री मूर्ति सर को शाल,श्रीफल,स्मृति चिन्ह,भेंट की सामग्रियां व मोहित शर्मा द्वारा सम्मान पत्र देकर सम्मान किया गया। समारोह में उनकी धर्मपत्नी,दोनों बेटियां, सहपाठी,मित्रजन और जिले के वरिष्ठ प्राचार्य जे.पी.श्याम,आर. के. टिकरिहा, जे. मनोहरण, डाइट अछोटी की व्याख्याता वंदना सिंह, नीलम दुबे, एस.एस.धुरंधर, आर.के.चंद्रवंशी,वृक्ष मित्र खिलेंद्र कुमार साहू,सीएसी ललित बिजौरा,वरुण निषाद,गिरधर देवांगन,नंदनी देशमुख,मिलिंद चंद्रा,खिलेश्वर दिल्लीवार,संगीता चंद्राकर,जागेश्वरी वर्मा,खोमीन वर्मा,शैलेंद्र शर्मा, सहित स्थानीय शाला के अकादमी सदस्य उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन मोहित शर्मा व आभार प्रदर्शन राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त सेवानिवृत्त शिक्षक परसराम साहू ने किया।इस कार्यक्रम में दुर्ग के अतिरिक्त बालोद व राजनांदगांव जिले से भी शिक्षक साथी पंहुचे थे।