पाटन ब्लॉक में इन दिनों श्रमिक कार्ड बनाने के लिए फर्जी एजेंट सक्रिय है।
केंद्रीय भवन एवं अन्य सनिर्माण कर्मकार आवास कल्याण बोर्ड के नाम से फर्जी श्रमिक कार्ड बनाने का कार्य एजेंटों के माध्यम से किया जा रहा है।
अम्लेश्वर: पाटन विधानसभा अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत जगराव में 100 से अधिक लोगों का फर्जी श्रमिक कार्ड फर्जी एजेंटों के माध्यम से बनाया गया है जिसका किसी भी प्रकार के शासन से कोई लेना देना नही ग्राम पंचायत जमराव के ग्रामीण इन एजेंटों के झांसे में आकर श्रमिक कार्ड बनवाने के लिए ₹500 की बड़ी राशि दी गई है और लगभग 100 लोगों के द्वारा दिया गया आपको बता दें उक्त शिविर जमराव में उस दिन लगा था जिस दिन ग्राम पंचायत झीठ में श्रम विभाग द्वारा 9 जुलाई को शिविर लगाया गया था।ग्राम पंचायत जमराव में फर्जी एजेंट के द्वारा गांव के भोले भाले जनता को झांसे में लेकर के इस तरह से फर्जी श्रमिक कार्ड बनाने के नाम से ₹500 की लूट पाठ की जा रही है जिसकी शिकायत ग्राम पंचायत के सरपंच के द्वारा श्रम विभाग से किया है लेकिन विभाग द्वारा अभी तक किसी भी प्रकार की कार्यवाही फर्जी एजेंटों के ऊपर नहीं की गई है।
वही इस बारे में ग्राम पंचायत के सचिव से जानकारी लेने पर बताया कि इस तरह का किसी भी प्रकार की शासन से हमें आदेश नहीं हुआ है कि यहां श्रमिक कार्ड बनाया जाएगा यह लोग कहां से आए हैं और यहां फर्जी रूप से श्रमिक कार्ड बना रहे थे जिसकी जानकारी हमें मिलने पर उन्हें वहां से तुरंत भगाया गया ।
वही ग्राम पंचायत के सरपंच से भी चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि श्रमिक कार्ड बनाने के लिए हमें कुछ महिलाओं के द्वारा जानकारी दिया गया था और मुनयादी भी कराया गया था जिससे लोग श्रमिक कार्ड बनाने के लिए गांव में उपस्थित हो गए लेकिन हमें पता चला कि उन महिला एजेंटों के द्वारा ₹500 लिया जा रहा है तभी हमने जाकर वहां हस्तक्षेप किया और श्रमिक कार्ड बनाने वाले एजेंट को वहां से तुरंत जाने को कहा।
वही ग्राम पंचायत के उप सरपंच ने भी उन महिलाओं को फर्जी बताते हुए कहां की गांव के चौक चौराहे में श्रमिक कार्ड बनाने का कार्य फर्जी तरीके से किया जा रहा था जिसकी जानकारी मुझे मिलने पर सरपंच सचिव को अवगत कराया गया और उन लोगों ने संज्ञान में लेते हुए उन लोगों को वहां से भगाया गया।
वही श्रम विभाग के पाटन के अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि इस तरह की जानकारी हमें प्राप्त हुआ है और हमने उन महिलाओं से जानकारी लेना चाहा तो उन्होंने बताया कि केंद्रीय भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार आवास कल्याण बोर्ड के तहत हम श्रमिक बना रहे हैं लेकिन उन लोगो के पास किसी भी प्रकार की दस्तावेज सामने नहीं आया जिससे पता चलता है कि वह लोग फर्जी है और फर्जी तरीके से श्रमिक कार्ड बनाने का कार्य कर रहे थे।
वही भवन निर्माण श्रमिक संघ पाटन के अध्यक्ष मनोज कुमार साहू जो कि ग्राम पंचायत महुदा के सरपंच है उनसे भी चर्चा किया गया तो उन्होंने बताया कि इस तरह से पाटन ब्लॉक में श्रमिक कार्ड बनाने के लिए फर्जी तरीके से एजेंटों का समूह सक्रिय है जिसे कुछ दिन पहले श्रम विभाग के द्वारा पकड़ा गया है।
आपको बता दें की कुछ अज्ञात महिलाओं के द्वारा केंद्रीय भवन एजेंसी के नाम से फर्जी तरीके से श्रमिक कार्ड बनाने का कार्य ब्लॉक में चल रहा है और फर्जी है करके जिम्मेदार लोग भी कह रहे हैं लेकिन अभी तक किसी प्रकार की इन लोगों पर करवाई क्यों नहीं की जा रही है। आपको बता दें जनपद पंचायत पाटन में भी फर्जी श्रमिक कार्ड बनाने का मुद्दा उठाया गया है।
वही कुछ ग्राम पंचायतों के सरपंचों से भी जानकारी लिया गया तो उन लोगों ने भी बताया कि हमसे भी शिविर लगाने के बारे में पूछा गया था लेकिन हम ने मना कर दिया तो कुछ सरपंच ने मना किया है और जहां सरपंचों ने मना नहीं किया वहां ये लोग शिविर लगाकर लोगों से लाखों रुपए का चूना लगाकर अवैध रूप से श्रमिक कार्ड बना रही है रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार श्रमिक कार्ड बनाने वाले महिलाएं हैं और यह महिलाएं रायपुर जिले की आमदी परसदा की बताई जा रही है।