पाटन: संत रामपाल जी महाराज के द्वारा चलाई गई अन्नपूर्णा मुहिम के तहत दो परिवारों को दिनांक 3/10/2025 दिन शुक्रवार को राहत सामग्री दी गई पहला परिवार ग्राम – काेपेडीह, तहसील पाटन, जिला दुर्ग छत्तीसगढ़ मे आवश्यक वस्तुओं को गरीब परिवार तक पहुंचाया गया।
आपको बता दें कि परिवार की मुखिया मनदयाल शर्मा जिनकी उम्र 35 वर्ष है इस गांव के निवासी हैं परिवार में पत्नी ज्योति शर्मा के अलावा चार छोटे बच्चे भी हैं जिनका गुजर – बसर बहुत ही कठिनाइयों से होता था। परिवार के मुखिया मनदयाल को फेफडे की बीमारी एवं हार्ट में ब्लड जमा हो जाने के कारण पैरों में सुजन बनी रहती है जिस कारण से कहीं पर में काम करने में सक्षम नहीं है।
श्री शर्मा के चारों बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ते है लेकिन कापी पुस्तक एवं ड्रेस के लिए पैसों की कमी होती थी इनकी पत्नी ज्योति शर्मा कभी कभी केटरिंग में काम मिलने पर किचन का काम करने जाती थी बाकि समय पति और बच्चों के देखभाल करने में निकल जाता था इस प्रकार इस परिवार का जीवन जीना बहुत ही तकलीफ देय हो गया था। तब इस परिवार को सोशल मीडिया के माध्यम से संत रामपाल महाराज जी द्वारा चलाए गए अन्नपूर्णा मुहिम की जानकारी हुई जिसमें संत जी का नारा है, रोटी, कपड़ा, शिक्षा, चिकित्सा और मकान हर गरीब को देगा कबीर भगवान को देखकर सतलोक आश्रम धनाना जिला सोनीपत हरियाणा में संपर्क कर मदद मांगी गई संत जी का आदेश आते ही संत जी के शिष्यों के द्वारा इस निराश्रित परिवार को अन्न एवं रसोई के जरूरी समान के साथ साथ चारपाई, गद्दा, पंखा, कुर्सी, चादर, कंबल, बर्तन, पूरे परिवार के लिए पहनने के लिए कपड़े, बच्चों के लिए स्कूल की कॉपी, जूते, स्कूल बैग जैसे जरूरी समान देकर नि:शुल्क मदद की गई।
इसी प्रकार दूसरा परिवार श्रीमती आशा रात्रे, पत्नी स्व. राकेश रात्रे ग्राम जामगांव एम, तहसील पाटन जिला दुर्ग के परिवार को तीसरी बार राशन सामग्री एवं बच्चों के लिए कपड़े दिए गए। राकेश रात्रे का निधन हो गया है जो किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित थे और डायलिसिस पर थे इस परिवार का भी गुजर – बसर करना बहुत ही कठिन हो रहा था तब संत जी द्वारा चलाई गई अन्नपूर्णा मुहिम इस परिवार का सहारा बनी और प्रथम बार 5/8/2025 को मदद की गई।
यह जानकारी संत रामपाल महाराज जी के शिष्य खेमेंद्र साहू, राम नरेश महतो, मुकेश सिन्हा, कौशल यादव, ठक्कर दास, शैलश साहू एवं अन्य शिष्यों ने दी साथ ही यह भी बताया गया इन परिवारों की मदद तब तक की जाएगी जब तक इन परिवारों की स्थिति सामान्य नहीं हो जाती या परिवार में कोई काम करने लायक नहीं हो जाता चाहे ये मदद की सेवा इन परिवारों को आजीवन ही क्यों न करनी पड़े नि:शुल्क सेवा जारी रहेगी।