कुम्हारी : कुम्हारी नगर पालिका परिषद क्षेत्र अंतर्गत पंचशील बुद्ध विहार कॉलोनी कुम्हारी में बौद्ध समाज के लोगों के द्वारा क्रांति ज्योति एवं भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाया गया। सावित्री बाई फुले की जयंती के अवसर पर अध्यक्ष प्रेमलता डोंगरे के द्वारा सावित्री बाई फूल के जीवनी के संबंध में संक्षिप्त में बताई की सावित्री बाई फुले समाज में व्याप्त कुरीतियों के खिलाफ आजीवन संघर्ष किया। सावित्री बाई फुले एक महान समाज सुधारक और भारत की पहली महिला शिक्षिका थीं। उन्होंने महिलाओं को शिक्षित करने की दिशा में बहुत कार्य किए।
सावित्री बाई फुले का जन्म महाराष्ट्र के एक किसान परिवार में 3 जनवरी को हुआ था। सावित्री बाई फुले के पिता का नाम खंडोजी नेवसे और माता का नाम लक्ष्मीबाई था। उन्होंने महात्मा ज्योतिबा फुले के साथ मिलकर में बालिकाओं के लिए एक विद्यालय की स्थापना की उनके पति ज्योतिबा भी समाजसेवी थे। मात्र 9 वर्ष की उम्र में सावित्री बाई फुले का विवाह 12 वर्ष के ज्योतिराव फुले के साथ हुआ, वे बहुत बुद्धिमान, क्रांतिकारी, भारतीय विचारक, समाजसेवी, लेखक एवं महान दार्शनिक थे। उन्होंने अपना अध्ययन मराठी भाषा में किया था। सावित्रीबाई फुले भारत के पहले बालिका विद्यालय की पहली प्रिंसिपल और पहले किसान स्कूल की संस्थापक थीं। इस अवसर में समिति के पदाधिकारी महिलाएं सचिन अनु शिवनकर, कोसाध्यक्ष सावित्री सहित 20 महिलाएं उपस्थिति रही।