पाटन/गुरुदेव : भाजपा महिला मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य एव सदस्य जिला पंचायत दुर्ग श्रीमती हर्षा चंद्राकर ने विज्ञप्ति जारी कर बताई की किसानो का हितैषी बनने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को दुर्ग, बालोद और बेमेतरा जिला के किसानों की तकलीफों से कोई लेना देना नही है। श्रीमति चंद्राकर ने बताया की दुर्ग, बालोद और बेमेतरा क्षेत्र के किसानों को सिंचाई के लिए तांदूला बांध से नहर के माध्यम से पानी मिलती है। लेकिन तांदूला की क्षमता कम होने के कारण किसानों को पानी समय पर नहीं मिल पाती। इस कारण किसानों को फसल का नुकसान होती है।
उन्होंने कहा की पूर्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार में जल संसाधन मंत्री रहते स्व श्री हेमचंद्र यादव ने गंगरेल बांध से तांदूला बांध तक लिंक नहर बनाए जाने का प्रस्ताव कर इस दिशा में बहुत आगे तक कार्य किया जा चुका है इस लिंक नहर के बन जाने से खेती के लिए जल की समस्या से बहुत हद तक निजात पाया जा सकता था, इससे किसानों को काफी लाभ की उम्मीद जगी थी, उन्होंने कहा की साढ़े चार साल से दुर्ग जिले से ही मुख्यमंत्री है किसानो की सुख सुविधा से मुख्यमंत्री का कोई लेना देना नही है। किसानों के नाम पर इन्हें केवल राजनीति करनी है।
वही किसानों की खेतो की सिंचाई कैसी हो उस तरफ मुख्यमंत्री का ध्यान नहीं है। कृषि मंत्री के क्षेत्र में भी तांदूला से ही किसानों को पानी मिलता है लेकिन उनका भी ध्यान नहीं है की किसानो को समय पर पानी मिल सके इसके लिए गंगरेल बांध से तांदूला बांध तक लिंक नहर बनाई जाए।
वही श्रीमती चंद्राकर ने कहा की केवल अधूरे कर्जमाफी, या राजीव गांधी अन्याय योजना के तहत साल में चार किश्तों में अंतर की राशि देने से, सिर्फ हवा हवाई आंकड़े बताने से किसानों का भला नहीं होने वाला बल्कि किसानों के भलाई के लिए धरातल पर भी काम करने की जरूरत है, किसान को सुविधा चाहिए जो आपने नही दिया इन्ही किसानों ने आपको गद्दी तक पहुचाये थे अब ये ही किसान आपको गद्दी से नीचे पटक देंगे।