पाटन: वृत्ताकार सेवा सहकारी समिति सेलुद के प्राधिकृत अध्यक्ष मोरध्वज साहू ने केंद्र सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी को नाममात्र करार देते हुए इसे किसान की मेहनत के साथ मजाक बताया है।
श्री साहू ने कहा कि मामूली वृद्धि किसान के जख्मों पर नमक रगड़ने जैसा है, क्योंकि खाद, बीज ,तेल की कीमतें बेलगाम होकर किसान का जीवन मुश्किल कर दी है।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस की भूपेश सरकार किसानों को खुशहाल बनाने लगातार प्रयास कर रही है जिसके तहत आगामी खरीफ सीजन में किसानों की धान 2800 रुपए प्रति क्विंटल की दर से प्रति एकड़ 20 क्विंटल की घोषणा कर चुकी है ।
2014 लोकसभा चुनाव में किसानों से केंद्र में भाजपा की सरकार बनने पर स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिश के अनुसार लागत मूल्य का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य देने मंगाई कम करने की किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था।