दुर्ग 18 अप्रैल : भाजपा नेता एवं पूर्व क्रेड़ा सदस्य छत्तीसगढ़शासन विजय साहू ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि 14 अप्रैल को कुछ मीडिया में प्रदेश साहू समाजा अध्यक्ष श्री टहल साहूजी का बयान आया था जिसमें उन्होंने साहू समाज द्वारा भाजपा को वोट नहीं देने एवं भुगतने की बात कही थी।
श्री साहू ने विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि: साहू समाज के आमजनों को यह बात समझ में अभी तक नहीं जा रही है कि प्रदेश अध्यक्ष जी किस आधार पर व किस मंशा के साथ राजनैतिक बयानबाजी कर रहे हैं।
1. पहली बात तो यह है स्व. अर्जुन हिरवानी जो ने अपने अध्यक्षीय कार्यकाल में समाज के जिन शोषकों और समाज के स्वयंभू कार्यकर्ताओं के खिलाफ युद्ध आरंभ किया था, जिसके चलते स्व. हिरवानी जी के साथ अभद्रता, मारपीट किया गया। उनका अपमान किया गया फलस्वरूप स्व. हिरवानी जी सदमे में चले गए और अंततः अपने प्राण त्याग दिये। उसके पश्चात उपरोक्त लड़ाई को आगे बढ़ाने व समाज के अंदर व्यापक सुधार लाने हेतु समाज के लोगों ने आपका चयन किया और प्रदेश साहू समाज का अध्यक्ष बनाया।
शनैःशनैः आप प्रारंभ में उपरोक्त विचारों को लेकर आगे बढ़े और पूरे प्रदेश में नशामुक्ति अभियान हेतु पदयात्रा की तैयारी किए वकुछ जगहों पर पदयात्र भी किये फिर आपकी पदयात्रा अचानक बंद हो गई, सामाजिक सुधार का कार्य वही रुक गया और आप प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री के बंगले में ज्यादा समय बिताने लगे। आपको सत्तासुख में आनंद आने लगा, कई बार आपने हेलीकाप्टर व वायुयान का पूर्व मुख्यमंत्री की कृपा से लुत्फ उठाया और आपकी दिशा एवं दशा भ्रमित होकर पूर्व मुख्यामंत्री के रहमोकरम पर केन्द्रित हो गई। पूर्व मुख्यमंत्री ने आपका भरपूर दुरुपयोग एवं दोहन किया जो आज तक बदस्तूर जारी है।
2. आज आप किसके साथ खड़े है, उन लोगों के साथ जिन्होंने स्व. अर्जुन हिरवानी जी के साथ अमानवीय व्यवहार करने वाले व्यक्ति को महिमामंडित एवं पुरुस्कृत किया। जब वे प्रदेश के गृहमंत्री थे। आपको हिरवानी जी के परिवार के आंसू पोंछने के बजाए उनको न्याय दिलाने के बजाए ,विरोधियों के गले में हाथ डाल कर धुम रहे है ,आपको इस विषय पर समाज में अपने कृत्य के लिए क्षमा मांगनी चाहिए।
3. जब स्व. भुवनेश्वर साहू की विरनपुर में हत्या हुई पुरे साहू समाज के साथ साथ पूरा प्रदेश आक्रोशित था, जब उनके पिता वर्तमान विधायक ईश्वर साहू न्याय की मांग करते हुए, आपके तरफ आस लगाए देख रहे थे ,तब आप पूर्व मुख्यमंत्री के दूत बनकर ईश्वर साहू एवं परिवार को धन का लालच देकर चुप कराने गए थे, तब आपकी आत्मा ने आप में सवाल नहीं पूछा कि माननीय अध्यक्ष जी यह क्या कर रहे हो।
4 प्रदेश में जब विधानसभा चुनाव में था तब सााहू समाज की दो बेटियों के टिकट को भूपेश बघेल जी ने अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के चलते काट दिया, बिना किसी अपराध के खुज्जी से श्रीमति छन्नी साहू एवं कसडोल से सुश्री शकुंतला साहू जी का, तब आपने मौन साधे रखा और सिर्फ मौन नहीं। अपने बहुत प्रिय को आपने कसडोल में टिकट दिलाई बहन शकुंतला के साथ घोर अन्याय किया। आपने समाज की महिला शक्तियों का घोर अपमान किया, क्या आपको नहीं लगता समाज की उन बेटियों से एवं सम्पूर्ण समाज क्षमा मांगें।
5. वर्तमान लोकसभा चुनाव भाजपा द्वारा प्रत्याशी घोषित होने के बाद आप अचानक नींद से जागे और भिलाई में आनन-फनन में एक होटल में सामाजिक बैठक बुलाकर चुनिंदा लोगों के नाम पर आपने चुनिंदा सीटों के लिए प्रस्ताव पारित किया।
श्री साहू ने आगे कहा कि पहली बात उपरोक्त दुर्ग एवं महासमुद्र से अन्य अनेकों सामाजिक दावेदार थे, उनके नाम का प्रस्ताव में क्यों नहीं रखा गया।
महासमुंद से आपके प्रस्ताव में धनेंद्र साहू दोवदार थे उनकी जगह ताम्रध्वज साहू को प्रत्याशी बनाया गया। अन्य लोक सभा क्षेत्रों के भी कई सामाजिक बंधु आएनी दावेदारी प्रस्तुत कर रहे थे, आपने अपने प्रस्ताव में उन्हें सम्मिलित क्यों नहीं किया।
आपके भाजपा के प्रत्याशी घोषित होने के पश्चात आज यह बयान दे रहे है इसका स्पष्ट आशय है कि आप आज भी पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व गृहमंत्री के इशारे पर समाज को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं। आपकी अंतरात्मा आपको धिक्काराती नहीं है?
क्या आपको अपनी अतंरात्मा एवं समूचे समाज से क्षमा नहीं मांगनी चाहिए?
आपको याद दिलाना चाहूँगा माननीय प्रदेश अध्यक्ष जो कि साहू समाज के दो आराध्य व आदर्श भक्त माता कर्मा एवं दानवीर भामाशाह हैं, सिर्फ छत्तीसगढ़ नहीं अपितु पूरे देश के साहू वंश का पथ-प्रदर्शन करती है।
भक्त माता कर्मा आज भी भक्ति की जीती जागती हम सबके बीच उदाहरण है, जिनके हाथों से भोग लगाने सम्पूर्ण ब्रम्हांड के नायक भगवान श्री कृष्ण स्वयं उनके घर पर पधारते थे।
दानवीर भामाशाह जी की कौन भूल सकता है राष्ट्रहित में अपना सर्वस्य सम्पति महाराणा प्रताप जी को अर्पण किया और मुगलिया सलतनत के खिलाफ साहू समाज की भूमिका को पूरे विश्व पटल पर अंकित किया। आज भक्त माता कर्मा का पुत्र एवं भामाशाह के सिद्धांत का अनुशरण करने वाला यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी पूरे देश का प्रतिनिधित्व कर रहे है।
सिर्फ साहू समाज नहीं देश के सभी समाजों एवं सभी धर्मों के बीच समरसता एवं एकता के साथ राष्ट्र का पुननिर्माण कर रहे हैं। आज भारत को पूरे विश्व में अदभूत पहचान व निर्णायक भूमिका मिल रही है। जो पहली समस्त साहू वंश को गौरवान्ति करता है।
आपका बयान श्री नरेन्द्र मोदी जी के करोडों सामाजिक बंधुओं के हदय को छल्नी कर गया, क्या आपको नहीं लगता कि आपको देश एवं प्रदेश के समुचे साहू समाज से क्षमा मांगनी चाहिए। और अंत में जब आपने राजनीतिक बयानबाजी प्रारंभ ही कर दिया तो कृपया कुछ प्रश्नों का उत्तर समाज आपके
मुखारबिंद में सुनना चाहता है.
1. क्या आपको जम्मू कश्मीर के धारा 370 हटाये जाने पर कोई एतराज है?
2. क्या आपको एक देश एक कानून लागू करने की प्रधानमंत्री जी की योजना से कोई एतराज है?
3. क्या आपको 500 वर्ष पुरानी हमारी छत्तीसगढ़ के भांजा श्री राम के मंदिर के पुर्ननिर्माण से कोई एतराज है?
प्रश्न तो और भी बहुत से हैं जिसका जवाब आपको समाज को देना होगा।
आपको राजनीति करना है तो इसमें कोई परेशानी नहीं है निश्चित रूप से आप कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता लेकर अपना व्यक्त दे सकते हैं, पर समाज के अध्यक्ष के रूप में जब आपको तस्टथ रहकर , एक नेत्र से सभी को देखना चाहिए । आपको वर्तमान बयानबाजी घोर निराशाजनक एवं दुर्भाग्यपूर्ण है और मुझे लगता है कि आपको निश्चित रूप से समाज से क्षमा मांगनी चाहिए।