भनसुली आर में फागुन के सप्तमी को गुरू घासीदास गुरूद्वारा का उद्घाटन एवं गुरू गद्दी स्थापना किया गया
संत गुरू घासीदास जी के शिक्षाएं सभी समाज के लिए अनुकरणीय, युवा नशापान से बचें – अशोक साहू उपाध्यक्ष जिला पंचायत दुर्ग
समाज विकास के लिए शिक्षा अनिवार्य है, जो अपने बच्चों को शिक्षा के अवसर प्रदान नहीं करते वह माता शत्रु व पिता बैरी समान है-चोवाराम कौशिक
गुरू घासीदास जी के जन्म स्थली गिरौधपुरी धाम में फागुन के सप्तमी पर विशाल मेला एवं पालो चढ़ाया जाता हैं।इस शुभ अवसर पर भनसुली आर में बने गुरू घासीदास जी के गुरूद्वारा का उद्घाटन एवं गुरू गद्दी स्थापना संत पंडित डिस्कशन लाल डहरे कोसा वाले के द्वारा गुरूवाणी- आरती के साथ किया गया। गुरू गद्दी स्थापना के पूर्व संत समाज द्वारा मिनी माता बालिका पंथी पार्टी भनसुली आर के साथ शोभायात्रा निकाला कर ग्राम भ्रमण किया गया।इस दौरान गुरू प्रसाद वितरण पश्चात रात्रि में सत्संग स्तुति चौंका का आयोजन किया गया।
इस दौरान मुख्य अतिथि के आसंदी से अशोक साहू उपाध्यक्ष जिला पंचायत दुर्ग ने गुरू घासीदास के महान विचारों एवं कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि संत गुरू घासीदास जी के शिक्षाएं सभी मानव समाज के लिए अनुकरणीय है।इस दौरान उन्होंने उपस्थित संत समाज से अपील करते हुए नशापान से बच कर आदर्श नागरिक बनने हेतु प्रेरित किए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भनसुली आर के वरिष्ठ नागरिक चोवाराम कौशिक ने समाज विकास के लिए लिए शिक्षा को अनिवार्य बताते हुए कहा कि जो माता- पिता अपने बच्चों को शिक्षा के अवसर प्रदान नहीं करते ऐसे माता शत्रु व पिता बैरी समान है।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के आसंदी पर रूपचंद साहू जनपद सदस्य, श्रीमती लक्ष्मी चन्दाकर सरपंच, मोरध्वज चन्दाकर उपसरपंच, राजेन्द्र मारकण्डे शिक्षादूत, सतनामी समाज भनसुली आर के पदाधिकारीगण राजेन्द्र प्रसाद मारकण्डे, संतोष कुमार डहरे, सुधांशु , पंडित लेडगू राम,श्यामलाल मंडल, रामेश्वर कौशिक, विनोद कौशिक, रामेश्वर सोनवानी,सत्यवान मंडल, तरूण कुमार मनहरे,चेतन नवरंग,मंगल प्रसाद महिलंगे,समलिया मंडल, ओंकार मनहरे, गंगेश्वर कौशिक,डोम लाल,परसराम, भगवान दास,केशव राम, शंभू, ओमप्रकाश जोशी सहित बड़ी संख्या में संतजन उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन सुश्री स्वाति मारकण्डे ने किया।