दुर्ग। नागरिकों का व्यवस्था के प्रति विश्वास तभी बढ़ता है जब धरातल पर सुशासन दिखाई देता है। शासकीय प्रक्रिया में सरलीकरण, सुगमता, पारदर्शिता और उत्तरदायी प्रशासन सुशासन की असली कसौटी है। देश की वास्तविक प्रगति सुशासन से ही संभव है। उक्तायश की बातों को जिला भाजपा अध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित परिचर्चा में कहा।
दुर्ग जिला भाजपा कार्यालय में अटलजी की जयंती पर सुशासन दिवस मनाया गया, जहां उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए गए।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा करते हुए जिला भाजपा अध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा ने कहा कि देश के नागरिकों, भारतीय राजनीति और प्रशासनिक व्यवस्था का सुशासन शब्द से पहला परिचय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कराया।
देश में सुशासन की स्थापना में अशिक्षा बड़ी बाधा है इसे समझकर सर्व शिक्षा अभियान के माध्यम से “स्कूल चले हम” की थीम पर निशुल्क स्कूली शिक्षा का प्रबंध सुशासन की दिशा में ठोस कदम था। उस समय कमजोर ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुशासन लाने के लिए चुनौती थी, जिसके पीछे ग्रामीण क्षेत्रों की खराब सड़कें बड़ा कारण थी, इसका निराकरण करते हुए गावों को शहरों से जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, स्वर्णिम चतुर्भुज योजना जैसी योजनाओं को लेकर सुशासन की नींव रखी गई थी। आम लोगों के लिए मोबाइल फोन सेवा की कनेक्टिविटी लाकर उन्होंने सुशासन की दिशा में ऐसी पहल की कि आज जेब में रखा हर मोबाइल शासकीय योजना से जुड़ गया है, शासन को नागरिकों के नजदीक और नागरिकों को शासन के नजदीक मोबाइल के माध्यम से पंहुचाना सुशासन का ही एक उदाहरण है। छोटे राज्यों के माध्यम से वहां की जनता तक बेहतर ढंग से जनसुविधाएं पहुंचाई जा सकती है, यह अटलजी की सोच थी और इसी सोच से छत्तीसगढ़, झारखंड और उत्तराखंड जैसे छोटे राज्यों का जन्म हुआ, यह सुशासन ही है।
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के पूर्व अध्यक्ष प्रीतपाल बेलचंदन ने कहा कि गरीबों और वंचितों के लिए बनी नरेंद्र मोदी सरकार की योजनाएं सुशासन की दिशा में बड़ा कदम है, इन योजनाओं को जरूरतमंदों तक पहुंचाने में कांग्रेस की भ्रष्ट भूपेश सरकार ने रोक लगाकर सुशासन का अंत कर दिया था, इस सुशासन विरोधी सरकार को सत्ता से बाहर करने का यह सुपरिणाम है कि प्रदेश के 18 लाख गरीब परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना का सीधा लाभ सुशासन से मिलने जा रहा है।
जिला भाजपा उपाध्यक्ष राजेन्द्र कुमार पाध्ये ने कहा कि अटलजी अपने अपने अनुभवों के आधार पर कहा था कि सुशासन लाने की दिशा में भ्रष्टाचार बड़ी बाधा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी सोच काम किया कि सुशासन लाने के लिए भ्रष्टाचार पर नियंत्रण आवश्यक है। देश को भ्रष्टाचार से मुक्त करने के लिए ही ईडी और इनकम टैक्स जैसी एजेंसियां बनी थी लेकिन भ्रष्टाचार की रोकथाम के लिए उनका उपयोग कभी नहीं हुआ करता था, नौकरशाह और राजनेता अपना भ्रष्ट आचरण छोड़कर पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ काम करें, इस उद्देश्य से ईडी और इनकम टैक्स अपने पूरे देश में भ्रष्टाचार करने वालों पर गहरा आघात किया है यह सुशासन स्थापित करने की दिशा में ही उठाया गया कदम है। कानून का राज चले और अराजकता की समाप्ति हो, ये भी सुशासन का ही परिचायक है।
परिचर्चा के कार्यक्रम संयोजक गंजपारा सदर मंडल के अध्यक्ष महेंद्र लोढ़ा ने आभार प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम के अंत में जिला अध्यक्ष जितेन्द्र वर्मा ने कार्यकर्ताओं को सुशासन की दिशा में कार्य करने का संकल्प दिलाया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से जिला महामंत्री सुरेंद्र कौशिक, उपाध्यक्ष राजेन्द्र कुमार पाध्ये, दिलीप साहू, अलका बाघमार, जिला मंत्री आशीष निमजे, अजय तिवारी, प्रीतपाल बेलचंदन, डॉ. मानसी गुलाटी, रजनीश श्रीवास्तव, जितेन्द्र राजपूत, नारायण दत्त तिवारी, संतोष सोनी, गणेश निर्मलकर, महेन्द्र लोढ़ा, मदन वाढई, श्याम शर्मा, रीता मेश्राम, राहुल पंडित, जयश्री राजपूत, श्वेता ताम्रकार, दीपक सिन्हा, राजेंद्र ढीमर, ज्वाला मरकाम, पंकज खरिया, मनीष भंडारी, विनोद चन्द्राकर, ईश्वर देवांगन, अमर यादव, भारतेंदु गौतम, विजय सोनी, नरेश शर्मा, टीकम साहू, कमल तिवारी, कुंदन साहू, चंद्रप्रकाश मेश्राम, नवीन पवार, वसीम कुरैशी, राजेश साहू, कृष्णा निर्मलकर, भास्कर तिवारी, अनिल यादव, रितेश जैन, छन्नू यादव, आशुतोष यादव, नरेंद्र ठाकुर, मासूब अली सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।