कब होगा आवारा पशुओं की व्यवस्था सड़क पर बैठे रहते हैं मावेशी लोगों को होती है आने-जाने में परेशानी दुर्घटना होने की बड़ जाति है संभावना।
दुर्ग: पाटन विधानसभा क्षेत्र में इन दिनों सड़कों में दिख रही हैं आवारा मवेशियों का झुंड आपको बता दें लगातार खबरें प्रकाशित हो रही है की सड़क में मवेशी बैठे रहते हैं जिससे आवागमन बाधित होती है और दुर्घटना भी होती रहती है ।जिससे आज तक आमजन को सुविधा नहीं मिल पाई है ।जब से आचार संहिता लगी है और आज आचार संहिता समाप्त भी हो गया है फिर भी कोई जिम्मेदार इस और ध्यान नहीं दे रहा है आज छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन हो गया है पूर्व की सरकार ने आवारा मवेशियों के लिए गौठान का निर्माण कराया गया था और उसमें आवारा मवेशियों को रखने का प्रयास किया जाता था। और आचार संहिता के पहले आवारा पशुओं के लिए अभियान चलाकर धर पकड़ की शुरुआत निगम प्रशासन के द्वारा एवं गांव में सरपंच सचिव के द्वारा किया गया था। आज की स्थिति में किसी भी गौठान पर नहीं चारा की व्यवस्था हो पा रही है और ना ही किसानों के द्वारा पैरदान भी किया जा रहा है कहीं कहीं तो किसान अपने खेत पर ही पैरा को जला रहे हैं ऐसे में अब जानवरों के खाने-पीने की व्यवस्था शासन कैसे कर पाएगी और आवारा पशुओं का बढ़ोतरी तो लगातार हो ही रही है। शाम होते ही अमलेश्वर से लेकर के पाटन तक और इधर कुम्हारी से लेकर पाटन तक जगह-जगह जानवर बैठे नजर आते हैं। लेकिन अब आलम यह है कि सरकार बदलने के बाद इन बेजुबान जानवरो के ऊपर कोई जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहा है ऐसा लग रहा है ऐसे में यदि शासन प्रशासन ध्यान नहीं दिया तो किसान की फसल तो बर्बाद होगी ही वहीं सड़क पर बैठे जानवरों से लोगों के आवागमन भी बाधित होगा और दुर्घटना होने की संभावना बढ़ जाएगी।