जामगाँव आर- ग्राम सुरपा मे साहू समाज द्वारा माँ कर्मा की 1009 वीं जयंती वही कार्यक्रम के मुख्यअतिथि कल्पना नारद साहू सदस्य जिला पंचायत दुर्ग ने किया।
मां कर्मा देवी भगवान की महान भक्त थीं, इसलिए श्रीकृष्ण ने उन्हें साक्षात दर्शन दिए थे। तब माता ने अपने सामने बैठकर भगवान श्रीकृष्ण को खिचड़ी खिलाई थी। अत: इस दिन मां कर्मा देवी का पूजा-अर्चना अनिवार्य रूप से करने तथा खिचड़ी का भोग लगाकर प्रसाद बांटने की मान्यता है। इस दिन साहू तेली समाज द्वारा भक्त शिरोमणि मां कर्मा देवी की जयंती धूमधाम से मनाई जाती है।
साहू समाज की आराध्य देवी कर्मा देवी सेवा, त्याग और भक्ति समर्पण की देवी हैं। कर्मा बाई की गौरव गाथा जनमानस में श्रद्धा तथा भक्तिभाव से वर्षों से चली आ रही है। मां कर्मा देवी का जन्म पापमोचनी एकादशी के दिन उत्तरप्रदेश के झांसी नगर में चैत्र कृष्ण पक्ष की एकादशी को हुआ था।
मां कर्मा देवी बाथरी वंश की थीं। उनमें बाल्यावस्था से ही धार्मिक कहानियां सुनने की रुचि हो गई थी। कर्मा बाई को जितना भी समय मिलता था, वह समय वे भगवान श्रीकृष्ण के भजन-पूजन व ध्यान आदि में लगाती थीं।
उन्होंने अपनी भक्ति से साक्षात श्रीकृष्ण के दर्शन किए और जगन्नाथपुरी में बहुत समय तक समुद्र के किनारे रहकर अपनी गोद में लेकर बालकृष्ण को अपने हाथों खिचड़ी खिलाई थी।
कार्यक्रम मे शामिल- श्री टेसराम साहू, चंद्रहास साहू सरपंच ग्राम पंचायत सुरपा, नारद साहू अध्यक्ष भाजयुमो दक्षिण पाटन, सहित समस्त साहू समाज सुरपा उपस्थित रहे।