पाटन 23 फरवरी/ संत विनोबा भावे कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, मर्रा (पाटन) मे वार्षिकोत्सव एवं छात्रसंघ शपथ ग्रहण समारोह “आरोहण – 2025” का आयोजन किया गया ।कार्यक्रम का शुभारम्भ माँ सरस्वती का दीप प्रज्वलित तथा पूजा अर्चनाकर किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल तथा कार्यक्रम के अध्यक्षता महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. अजय वर्मा ने किया ।
साथ ही विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. विवेक कुमार त्रिपाठी, संचालक अनुसंधान सेवाएं, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर (छ.ग.), डॉ. एस. एस. टुटेजा, निदेशक विस्तार सेवाएं, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर,डॉ. विनय के. पाण्डेय, अधिष्ठाता स्वामी विवेकानंद कृषि अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर,के उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम में कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने प्रसंशा करते हुऐ कहा की सभी कर्मचारी बहुत ही निष्ठा से अपने दायित्व तथा कार्यों का निर्वहन बहुत ही सुन्दर ढंग से कर रहें है।
आगे डॉ. चंदेल ने कृषि महाविद्यालय मर्रा को टॉप 5 स्थान में बताया। कुलपति ने महाविद्यालय के कार्यों को बहुत ही प्रशंसा किया।
इस दौरान महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. अजय वर्मा ने कहा की संत विनोबा भावे कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र, मर्रा (पाटन) की स्थापना वर्ष 2019 में हुई थी, और तब से यह संस्थान निरंतर प्रगति की ओर अग्रसर है। जब हमने अपनी यात्रा प्रारंभ की, तब केवल 25 छात्र-छात्राओं ने बी.एस.सी. (कृषि) पाठ्यक्रम में प्रवेश लिया था। वर्तमान में, महाविद्यालय में कुल 167 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। आज हमें यह कहते हुए गर्व की अनुभूति होती है कि हमारे प्रथम स्रातक वैच (2022-23) के 21 विद्यार्थी तथा द्वितीय स्रातक वैच (2023-24) के 22 विद्यार्थी सफलतापूर्वक स्रातक होकर विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय योगदान दे रहे हैं। कई विद्यार्थी उच्च शिक्षा, उद्यमिता एवं प्रतियोगी परीक्षाओं में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त कर रहे हैं, जो हमारे महाविद्यालय की शिक्षा गुणवत्ता एवं शिक्षकों के परिश्रम का प्रमाण है। हमारा लक्ष्य केवल उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करना ही नहीं, बल्कि छात्रों को कौशलयुक्त, आत्मनिर्भर एवं समाज के लिए उपयोगी नागरिक बनाना भी है, जिससे वे भविष्य की चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना कर सकें।
आगे डॉ. वर्मा ने कहा इसके अतिरिक्त, महाविद्यालय के पास 34.80 हेक्टेयर भूमि है, जिसमें से 6 हेक्टेयर क्षेत्र में महाविद्यालय परिसर, टिशू कल्बर लैब, किसान छात्रावास एवं अन्य अधोसंरचनाएं स्थित हैं। शेष 28 हेक्टेयर भूमि अनुसंधान फार्म के रूप में विकसित की गई है, जहां धान, सोयाबीन एवं अन्य फसलों पर अनुसंधान कार्य चल रहा है। इसके अलावा, हाई-टेक नर्सरी भी विकसित किया गया है, जहाँ किसानो के मांग अनुसार उच्च गुणवत्त बाले पौधे तैयार किये जाते है।
इस दौरान नवनिर्वाचित छात्रसंघ पदाधिकारियों ने अपने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली।
समारोह में छात्रों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं एवं विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लिया। अतिथियों ने छात्रों को संबोधित करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की तथा उन्हें कृषि एवं अनुसंधान क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने हेतु प्रेरित किया।
उत्कृष्ट कार्यों के लिए किया गया सम्मान
कृषि महाविद्यालय के कार्य में अपने उत्कृष्ट योगदान देने वाले कर्मचारीयों को प्रसस्ती पत्र प्रदान किया गया! जिसमें शाखा अधिकारी हेमंत कुमार साहू, लुकेश कुमार महानंद सहायक ग्रेड -1 तथा दैनिक वेतन भोगी तुला राम वर्मा का सम्मान प्रसस्ती पत्र प्रदान कर किया गया!
कार्यक्रम में कृषि महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं का भी सम्मान किया गया! जिन्होंने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से महाविद्यालय का नाम गौरवान्वित किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुशीला ने किया!
कार्यक्रम में आभार वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ.सी.आर. नेताम ने व्यक्त किया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में सफल संचालन व समापन महाविद्यालय परिवार,प्रशासन, प्राध्यापकों, कर्मचारियों एवं छात्रों के सहयोग रहा।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से डॉ. विजय जैन,डॉ.ऐ.कुरैशी ,डॉ.दीपिका देवदास ,ई.किपू किरण सिंह महिलांग,डॉ.मोहनिशा सिंह,डॉ.नीतू स्वर्णकार,डॉ. मधुलिका सिंह,डॉ.,डॉ.रेवेन्द्र कुमार साहू, डॉ.आशीष तिवारी,श्रीमती मैरी सुचिता खलखो,डॉ. तृप्ति ठाकुर,डॉ.पूनम कुमारी,डॉ.रैना बाजपेई,डॉ. मंजू ध्रुव, डॉ. विनीता झोड़ापे, श्री हेमंत कुमार साहू, श्री लुकेश कुमार महानन्द,श्री तरुण चंद्राकर, श्रीमती गीतिका पियूष, श्री सूरेश लोखंडे सहित महाविद्यालय के अधिकारी,कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहें।