अमलेश्वर 08 दिसंबर : उद्यानिकी महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र सांकरा पाटन, जिला दुर्ग छत्तीसगढ़ में बीएससी (उद्यानिकी) चतुर्थ वर्ष प्रथम सेमेस्टर में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों के द्वारा ग्रामीण उद्यानिकी कार्यानुभव कार्यक्रम अन्तर्गत उद्यानिकी सूचना एवं सलाह केंद्र का उद्घाटन समारोह 7 दिसंबर 2024 को ग्राम पंचायत झीट विकासखंड पाटन जिला दुर्ग छत्तीसगढ़ में किया गया।
कार्यक्रम के शुभारंभ ग्राम पंचायत सरपंच महोदया श्रीमती शशिकला ने लाल फीता काटकर, विद्या की देवी सरस्वती मां और छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा अर्चना से किया गया। प्रारंभ में कार्यक्रम के संक्षिप्त परिचय श्री संदीप कुमार ने दिया।
कार्यक्रम महाविद्यालय के अधिष्ठता डॉ अमित दिक्षित के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया था।
ग्रामीण उद्यानिकी कार्यानुभव कार्यक्रम प्रोग्राम समन्वयक डॉ सेवन दास खूंटे ने बताया कि चतुर्थ वर्ष के विद्यार्थी एक सेमेस्टर में यह कोर्स की अध्ययन करते हैं जिसके तहत अलग अलग क्षेत्र में विद्यार्थी संलग्न होकर जानकारी प्राप्त करते हैं जैसे गांव में संलग्न कार्यक्रम, अनुसंधान केन्द्र में संलग्न।
कृषि आधारित उद्योग में संलग्न, कृषि रसायन (प्लांट क्लिनिक) कंपनी में संलग्न आदि क्षेत्र में संलग्न होकर अध्ययन करते हैं।
इसी तरह गांव में संलग्न कार्यक्रम के तहत उद्यानिकी सूचना एवं सलाह केंद्र बनाया जाता हैं।
डॉ खूंटे ने बताया कि गांव में संलग्न कार्यक्रम के तहत हमारे महाविद्यालय के विद्यार्थियों को पिछले एक महीने से ग्राम पंचायत झीट में संलग्न किया गया है जहां पर किसानों को खेती बाड़ी की आधुनिक जानकारी के साथ साथ प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ की जानकारी, बनाने की प्रशिक्षण , जैविक खेती, समन्वित किट प्रबंधन आदि की जानकारी दिया जा रहा है।विद्यार्थी किसानों के साथ गांवों में रहकर कृषि आधुनिक तकनीक की जानकारी देने के साथ साथ ग्रामीण परिवेश की जानकारी प्राप्त कर रहे हैं।
कार्यक्रम में ग्राम पंचायत झीट के सरपंच मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं। उन्होने कहा कि सरकारी नौकरी नहीं मिलने से प्रदर्शनी में प्रदर्शित आधुनिक तकनीक को अपनाकर युवा स्व रोजगार विकसित सकते हैं। और अपने कृषि/ उद्यानिकी आधारित उत्पाद को प्रसस्कृत या मूल्य वर्धन करके अधिक आय अर्जित कर सकते हैं। और विद्यार्थियों को उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए गांव में हर सम्भव मदद करने की आश्वासन भी दिया।
कार्यक्रम अधिकार डॉ भारती साव ने जैविक खेती और फूल की खेती को कृषि में सामिल करके अतिरिक्त आय अर्जित करने की जानकारी दिया।
डॉ सोमन सिंह ध्रुव ने कृषि में मिट्टी परीक्षण की महत्ता को किसान भाईयों को विस्तार से बताया।
डॉ राजेश कुमार ने कृषि अधारित खेती के साथ साथ वानिकी पेड़ पौधे लगाने की जानकारी दिया और उन्होने कहा जहां खाली जमीन हैं या कम उपजाऊं भूमि ह वहां भी वानिकी पौधे आसानी से लगा सकते है।
कार्यक्रम मे माइक संचालन महाविद्यालय के छात्र एरॉन मसीह और सृष्टि सिन्हा ने किया, कु नम्रता और रवि साहू देशभक्ति गीत से किसान भाईयों और दर्शक के ध्यान अपने ओर आकर्षित करने की कोशिश किया।
इस समारोह में छात्र छात्राओं ने विभिन्न आधुनिक तकनीक को मॉडल के रुप में प्रदर्शनी लगाया था जिसमे समन्वित किट प्रबंधन, जैविक खेती, टपक सिंचाई, मिट्टी परीक्षण, जल संरक्षण और किचन गार्डन, रूफ गार्डन, समन्वित कृषि प्रणाली, विभिन्न फल सब्जियों से बनाया गया।प्रसासंकृत उत्पाद आदि सामिल था।
स्वास्थ विभाग से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र झीट के द्वारा स्वास्थ शिविर का आयोजन किया गया।
उद्घाटन समारोह में उद्यानिकी महाविद्यालय से डॉ सेवन दास खूंटे, श्री संदीप कुमार, डॉ ऋचा साव, डॉ भारती साव, डॉ अनिता, डॉ सोमन सिंह ध्रुव, डॉ अफ्तारिका, डॉ रश्मि, डॉ गंगाराम, कु स्वाति, राहुल
वानिकी महाविद्यालय से डॉ राजेश कुमार, डॉ हरीशचंद्र, डॉ आयुषी, डॉ प्रिया, डॉ चंद्रशिखा, पीएचडी स्कॉलर जीत कुमार, निशांत सलाम, टिकेश्वरी पटेल, , बीएससी उद्यानिकी, बीएससी वानिकी और गांव के किसान भाईयों ने कार्यक्रम बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। छात्र रविकुमार धन्यवाद ज्ञापित करते हुए मुख्य अतिथि की अनुमती से कार्यक्रम समापन की घोषणा किया।