पाटन 08 मार्च : नगर पंचायत पाटन क्षेत्र अंतर्गत खोरपा से सोनपुर तारीघाट पहुंच मार्ग पर पाटन से कुछ दूर पर लेफ्ट साइड में एक जिंदा बरगद के पेड़ को जलाने का प्रयास किया गया है। देखने से पता चलता है खेतों में भी आग लगी है। शायद खेतों में पैरा बिखरा रहा होगा। जिसके कारण से वहां पर आग लगी है और पेड़ बुरी तरह से जल गया है। बरगद के पेड़ के नीचे पूरी तरह से जल गई है।
बरगद के पेड लोगों से चीख चीख कर कह रही है। हे मानव मुझे तुम जिंदा क्यों जला रहे हो। जबकि मैं तुम्हें ऑक्सीजन और फल देता हूं। फिर भी मुझ पर इतनी दुश्मनी क्यों ? बरगद के पेड़ लोगों को चीख चीख कर एक और बात कह रही है की करोना काल से भी तुम नहीं समझे क्या कितना अक्सीजन के लिए लोग तरसे है और कई लोग आक्सीजन के कमी के कारण अकाल मृत्यु के आगोस में समा गए। मैं तुम्हें बिना ऑक्सीजन के मरने का श्राप दूं तभी तुम मुझे काटने और जलाने से बचोगे क्या ? ऐसा मत करो मानव मुझ पर दया करो तभी तो तुम जिंदगी पाओगे।
आपको बता दें पूरे पाटन विधानसभा क्षेत्र में जब से खरीफ फसल की कटाई हुई है लगातार खेतों में किसानों के द्वारा भी आग लगाई जा रही है। वहीं पर कई खेतों में पैरा पड़ा हुआ है वहां पर भी आग लग रही है और पेड़ों की अंधाधुंध कटाई भी लकड़ी दलालों के द्वारा किया जा रहा है। जिस पर प्रशासन भी मौन व्रत हैं।आखिर प्रशासन के द्वारा लकड़ी को काटने वाले तस्करों और पेड़ को जलाने वाले लोगों के ऊपर कार्रवाई करने से क्यों हाथ खींच रही है। दंडात्मक कार्यवाही क्यों नहीं कर रही है। यह आम नागरिकों के बीच चिंता का विषय बना हुआ है। आखिर कब तक अपने फायदे के लिए जीवित पेड़ पौधों की बलि चढ़ाते रहेंगे लकड़ी तस्कर और पेड़ पौधों को जिंदा जलाने वाले लोग।