अम्लेश्वर: दुर्ग जिला दुर्ग जिला अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र पाहंदा (अ) में 7 वर्षों से किसानों के लिए बीच उत्पादन का कार्य किया जा रहा है।आपको बता दें कि संस्था के वैज्ञानिक डॉ विजय जैन ने पाटन के गोठ रिपोर्टर करन साहू से चर्चा करते हुए कहा कि हमारे संस्था में उच्च गुणवत्ता की बीज विगत 7 वर्षों से उत्पादन किसानों के लिए किया जा रहा है। धनिया की उच्च गुणवत्ता बीच उत्पादन कई वर्षों से हो रही है प्रदेश में अन्य जिले की अपेक्षा हमारे संस्थान में प्रति हेक्टेयर 15 क्विंटल तक का उपज बीच उत्पादन किया जा रहा है। यह बीज क्षेत्र के किसानों को उत्पादन के दिए जाते हैं। वहीं चना की भी उत्तम बीज उपलब्ध है बी पी एफ निधि से चना लगाया गया है प्रजनक बीज उत्पादन है। उसी क्रम में गेहूं की लगभग 10 वैरायटी की उत्पादन जलवायु में बदलती जलवायु में गेहूं की किस्म का प्रदर्शन 10 किस्मों का किसानों के लिए किया जा रहा है तापमान बदलने या मौसमी या कम प्रभाव पड़े इस पर कार्य कर रहे हैं। प्रदेश में किसानों को 10 वर्ष के अंदर की किस्म अनुउपलब्ध होने की स्थिति में कृषि के द्वारा सरसों अनुसंधान केंद्र भरतपुर से बीज लाकर बीज उत्पादन किया जा रहा है। जिसे आगामी वर्ष में किसानों को बीच उपलब्ध हो सके। वही फूलों उत्पादन किसानों को कलफ सिया गेंदा, पूसा बसंती गेंदा की किस्म की लगाई गई जिसे आगामी वर्ष में फूल बीज किसानों को मिलेगा।