संगठन के उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा इसलिए नैतिक जिम्मेदारी मानते छ0ग0 राज्य स्वच्छ भारत मिशन (ग्रा.) कर्मचारी कल्याण संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने दिया त्याग पत्र
पाटन: छ0ग0 राज्य स्वच्छ भारत मिशन (ग्रा.) कर्मचारी कल्याण संघ रायपुर (छ.ग.) के प्रदेश अध्यक्ष नीलमणि चंदेल और जिला प्रवक्ता नरेश साहू ने आज पाटन में पत्रकारवार्ता लेते हुए बताया की पिछले करीब चार साल से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलने समय मांगा जा रहा था। लेकिन अब तक समय नहीं मिला। इस कारण वे अपनी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद से त्यागपत्र देने की घोषणा कर दी है। उन्होंने बताया की विकासखण्ड समन्वयक स्वच्छ भारत मिशन (ग्रा.) जनपद पंचायत पाटन में पदस्थ है। दिसम्बर 2018 में छ0ग0 राज्य स्वच्छ भारत मिशन (ग्रा.) कर्मचारी कल्याण संघ का गठन हुआ है। जिसमें मुख्यमंत्री मंत्री का गृह क्षेत्र के होने के कारण पूरे प्रदेश भर के स्वच्छ भारत मिशन (ग्रा.) के कर्मचारीयों द्वारा पूरे आस्था एवं विश्वास के साथ अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए उसे सर्वसम्मति से प्रदेश अध्यक्ष के पद के लिए चुना गया है।
चूंकि छ.ग. में कांग्रेस की सरकार बनी एवं पाटन विधानसभा से विधायक चुने गये एवं मुख्यमंत्री निर्वाचन में पाटन से भूपेश बघेल मुख्यमंत्री चुने गये। विकासखण्ड पाटन मुख्यमंत्री का गृह क्षेत्र होने के कारण एवं उनका भी निवास पाटन विधानसभा होने के कारण मेरा मुख्यमंत्री से अच्छा संबंध रहा है। इसी कारण से उन्होंने भी प्रदेश अध्यक्ष के पद को सहृदय स्वीकार किया। उन्होंने बताया की स्वच्छ भारत मिशन (ग्रा.) में प्रदेश अध्यक्ष के पद पर रहते हुए समस्त कर्मचारीयों के हित में वेतन वृद्धि, यात्राभत्ता, वेतन विसंगति एवं अन्य मांगो के संबंध में मुख्यमंत्री को अवगत कराने हेतु संघ के प्रतिनिधी मंडल द्वारा ।
मुलाकात करने के संबंध में दिनांक 26.01.2019/09.10.2021/30.03.2022/ 20.04.2023 एवं 07.08.2023 से लगातार
मुख्यमंत्री के ओ.एस.डी., मुख्यमंत्री के सुपुत्र एवं स्वयं मुख्यमंत्री से संघ के प्रतिनिधि मंडल से मुलाकात हेतु समय प्रदान करने का निवेदन किया किंतु इन पांच वर्षो में राज्य स्वच्छ भारत मिशन (ग्रा.) कर्मचारी कल्याण संघ से मुलाकात हेतु माननीय मुख्यमंत्री जी के द्वारा समय प्रदान नही किया गया। चूंकि मुख्यमंत्री जी के गृह क्षेत्र होने के कारण मैंने अपने संघ को एक बार भी समय नही दिलवा पाया। यह मेरे लिए बड़ा दुर्भाग्य का विषय है। जिससे आहत होकर मैंने अपने प्रदेश अध्यक्ष पद से त्याग पत्र दे दिया। जबकि मैंने समाचार पत्र, इलेक्ट्रानिक मिडिया एवं अन्य माध्यमो से देखा कि माननीय मुख्यमंत्री जी ने अन्य संघ के प्रतिनिधी मंडलो से मुलाकात कर उनकी समस्याओं का निराकरण करते रहे है। जिससे पूरे प्रदेश के स्वच्छ भारत मिशन (ग्रा.) कर्मचारी कल्याण संघ के प्रतिनिधी मंडल एवं समस्त कर्मचारियों में रोस व्याप्त है। उन्होंने पत्रकारों से बताया की आगामी दिनों में हमारी मांगो पर विचार नही किया गया तो हम समस्त कर्मचारी सामूहिक इस्तिफा एवं परिवार सहित चुनाव बहिष्कार हेतु बाध्य रहेंगें। जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की रहेगी।