दुर्ग, 08 दिसम्बर / कृषि विभाग द्वारा जैविक खेती मिशन योजनांतर्गत जैविक किसान मेला का आयोजन सांसद विजय बघेल के मुख्य आतिथ्य में तथा जिला पंचायत सदस्य श्रीमती हर्षा लोकमणी चंद्राकर की अध्यक्षता में आज पाटन विकासखण्ड के ग्राम सोनपुर में किया गया।कार्यक्रम में उप संचालक संदीप कुमार भोई ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए अपने उद्बोधन में जैविक खेती के वर्तमान परिदृश्य एवं संभावनाएं के संबंध में प्रकाश डाला।
मुख्य अतिथि सांसद बघेल द्वारा उपस्थित कृषकों को संबोधित करते हुए अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा किया कि जैविक खेती से मिट्टी भुरभुरी एवं टिकाऊ होती है, जबकि रासायनिक खेती से मिट्टी कठोर एवं अनुपजाऊ होती है। जैविक खेती से प्राप्त उपज का बाजार मूल्य 02-03 गुना तक प्राप्त होता है तथा उत्पाद का स्वाद एवं स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होता है। मुख्य अतिथि द्वारा उपस्थित कृषकों को शासन की योजनाओं का लाभ लेते हुए अधिकाधिक क्षेत्र में जैविक खेती करने का आह्वान किया गया।
कृषि विज्ञान केन्द्र अंजोरा के वैज्ञानिकों द्वारा उपस्थित किसानों को जैविक खेती के बारे में विस्तृत व्याख्यान दिया गया है जिसमें जैविक विधि से कीटव्याधि नियंत्रण, संतुलित उर्वरकों का उपयोग जैसे अन्य संबंधित विषयों पर विस्तार से बताया गया है। कार्यक्रम में सर्वदा के प्रतिनिधि द्वारा श्री अन्न (मिलेट्स) की विशेषता के बारे मे बताते हुये इसे दैनिक आहार में सम्मिलित करने हेतु आह्वान किया गया।अंत में मुख्य अतिथि सांसद श्री बघेल द्वारा कृषकों को कृषि यंत्र, केसीसी, नर्सरी पौध, मत्स्य पालक को आइस बॉक्स का वितरण किया गया।
कार्यक्रम में श्रीमती हर्षा लोकमणी चंद्राकर सदस्य जिला पंचायत, श्रीमती राम बाई सिन्हा अध्यक्ष जनपद पंचायत पाटन, दक्षिण पाटन मंडल अध्यक्ष लालेश्वर साहू, उत्तर पाटन मंडल अध्यक्ष लोकमणि चंद्राकर, भाजपा नेत्री श्रीमती चंद्रिका साहू एवं अन्य जन प्रतिनिधि, कृषि, उद्यानिकी, मत्स्य, पशुधन, सहकारिता विभाग, क्रेडा, स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अधिकारी, कर्मचारी एवं लगभग 300 से अधिक कृषक उपस्थित रहे।