अम्लेश्वर 19 जुलाई : जनपद पंचायत पाटन अंतर्गत आने वाले विभिन्न ग्राम पंचायतो में खास कर उत्तर पाटन के ग्रामों में आवारा पशुओं की भीड़ रोड में आज भी देखने को मिल रहा है।जैसा कि 16 जुलाई के टी एल बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए है की सड़क पर बैठे आवारा पशुओं को व्यवस्थित करे पशु पालक को समझाए और नही मानने पर जुर्माना सहित नीलामी की कार्यवाही करें लेकिन ग्राम पंचायत में इसका असर नहीं दिख रहा है।
पाटन से निकलते ही तुलसी, खुड़मुड़ी, झीट, कापसी, मोतीपुर,खम्हारिहा, पाहंदा (अ) में पूरे सड़क पर आवारा पशुओं की भीड़ बैठे हुए नजर आते है जिस पर स्थानीय प्रशासन मौन साधे हुए है।अब सवाल यह भी उठाता है यदि सड़क पर बैठे आवारा मवेशियों को रोका छेका कर लिया जाता है,तो रखेंगे कहा पर गौठान में तो रख नही सकते क्योंकि वहां पर तो चारे की व्यवस्था ही नहीं है और पौन वर्ष हो गया गौठान का संचालन बंद हुए, तो शायद पानी की भी व्यवस्था नहीं होगी।
रहा सवाल पशु पालक की तो वो तो अपना मवेशी घर लेकर जाएंगे नहीं, अपने घर ले जाते तो सड़क पर आवारा पशु नज़र ही नहीं आते। कुल मिलाकर गोल गोल घुमाने जैसा बात हो रहा है और अब किसान के फसल को आवारा पशुओं के चरने से कौन बचा पाएगा।और आवारा पशुओं के वजह से होने वाले दुर्घटना के जिम्मेदार कौन होगा।