किसान नेता ढालेश साहू ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर प्रदेश के भाजपा सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की राजनीति में किसान व उपज धान हमेशा से केन्द्र बिंदु में रहा है। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के समय भाजपा व सायं सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ के किसानों को रिझाने के लिए धान खरीदी पर ₹3100 प्रति क्विंटल एकमुश्त भुगतान करने का वादा किया था।
वर्तमान समय में सेवा सहकारी समितियों में किसानों के उपज धान खरीदी की जा रही है , पर भुगतान तय कीमत ₹3100 से कम में किया जा रहा है।
3100रू भुगतान नहीं होने से गैर पंजीकृत किसानों को भारी नुकसान।
गैर पंजीकृत किसानों को अपनी उपज मात्र 2000 से लेकर 2100 रुपए प्रति क्विंटल बेचने पर मजबूर
3100रू एकमुस्त भुगतान नहीं होने से गैर पंजीकृत किसानों (जैसे-अधिया रेगहा )व छोटे किसान को अपनी उपज मात्र 2000 से लेकर 2100 रुपए प्रति क्विंटल धान बेचने को मजबूर हो गए हैं, नगदी का अभाव व ऑनलाइन टोकन की समस्या व देर से हुई धान खरीदी में प्रदेश के किसानों का बुरा हाल हो गया है। राज्य की धान खरीदी नीतियों से किसानों पर बुरा प्रभाव पड़ा है। किसान हित में साय सरकार को एकमुश्त राशि वादा के अनुसार किसान को देना चाहिए।