अमलेश्वर, सांकरा,पाटन ( दुर्ग ), 14 जन./ परस्पर प्रेम, सद्भाव लाने, शाकाहार अपनाने, मद्यनिषेध, अच्छे समाज के निर्माण व आत्म कल्याण के सद्मार्ग पर लोगों को लगाने के उद्देश्य से जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था के मुख्यालय, मथुरा से निकली 82 दिवसीय आध्यात्मिक जनजागरण यात्रा संस्थाध्यक्ष पूज्य पंकज जी महाराज के साथ अपने 19वें पड़ाव शासकीय उ.मा. विद्यालय सांकरा के मैदान, अमलेश्वर पहुँची। स्थानीय भाईयों, बहनों ने यात्रा का भावपूर्ण स्वागत किया।
यहाँ आयोजित सत्संग समारोह में पूज्य पंकज जी महाराज ने अपने सम्बोधन में कहा कि गुरु का स्थान सर्वोपरि है। गुरु के बिना जब जगत का ज्ञान नहीं प्राप्त होता तो गुरु के बिना परमार्थ का ज्ञान संभव नहीं है। तभी तो कहा है कि ‘‘गुर्रु ब्रह्मा, गुर्रु विष्णु गुर्रु देवो महेश्वरः।’’ गुरु की महिमा सुनाने में मैं अपना जीवन लगा दूँगा। जब भेदी सन्त सत्गुरु मिलते हैं जैसे संत कबीर, नानक जी, रविदास जी, मीराबाई, सहजोबाई, पलटू साहब तो अपने समय में जीवों को भेद बताते हैं कि इसी मनुष्य शरीर में परमात्मा के पास जाने का एक रास्ता है जिसे दसवां द्वार, तीसरा तिल व नुकतये सफेदा कहते हैं। घर गृहस्थी में बाल-बच्चों के साथ रहते हुये एक घण्टा सुबह और एक घण्टा शाम को समय निकाल कर भगवान का सच्चा भजन, खुदा की सच्ची इबादत, मन, चित्त, बुद्धि को स्थिर रखकर यदि कर लें तो युगों से बन्द दिव्य आंख खुल जाती है जिससे परमात्मा खुदा के मण्डलों का नजारा मरने के पहले देखने को मिल जायेगा और यह मनुष्य शरीर पाने का लक्ष्य पूरा हो जायेगा। हमारे गुरु महाराज परम सन्त बाबा जयगुरुदेव जी महाराज ने करोड़ो लोगों को अपनी दया देकर तीर तलवार, तमंचे व बन्दूके फेंकवाकर उनके हाथ में भगवान के भजन की माला पकड़ा दी और कहा कि परमात्मा जीते जी मिलता है मरने के बाद नहीं।
महाराज जी ने यह भी अपील किया कि जब आप पशुओं के बेमेल खून को अपने खून में मिलाओगे तो तरह-तरह की भयंकर बीमारी का कारण बन जायेगा जिससे परिवार समाज व देश भी प्रभावित होगा। इसलिये हमारी आप सबसे विनती है कि आप सब लोग शाकाहारी बने। इस मनुष्य शरीर को जो हरि मन्दिर है इसको मांस का लोथड़ा डालकर अपवित्र न करें नहीं तो प्रकृति सजा दे देगी और कोई भी नशा न करें जिससे आंखों से मां, बहन, बेटी की पहचान खत्म हो जाय। आप शराब जैसे नशों का परित्याग करें जिससे एक अच्छे समाज का निर्माण हो सके।
उन्होंने आगामी 24 से 26 मार्च तक जयगुरुदेव आश्रम, मथुरा में आयोजित होने वाले होली सत्संग में आने का निमन्त्रण दिया तथा बताया कि मथुरा में वरदानी जयगुरुदेव मन्दिर बना है जहाँ बुराइयाँ चढ़ाने पर मनोकामना की पूर्ति होती है। जिला-इटावा में तहसील- भरथना के गाँव खितौरा धाम में बाबा जी की पावन जन्मभूमि है यहाँ पर भी भव्य वरदानी मन्दिर बना है। यहाँ सभी सम्प्रदायों के लोग आते हैं। आपने हमको समय दिया इसके लिये हम आप सभी आगन्तुकों का आभार व्यक्त करते हैं।
इस अवसर पर जयगुरुदेव संगत छत्तीसगढ़ के प्रान्तीय अध्यक्ष डॉ. कमल सिंह पटेल, प्रभारी जसवन्त प्रसाद चौरसिया, आयोजक ममता नाग पार्षद, उपाध्यक्ष नगर पालिका, उमेश साहू, पार्षद नरेन्द्र त्रिपाठी, रमाकान्त तिवारी, ओम प्रकाश चन्द्राकार, प्रणय तिवारी, श्रीमती नन्दिनी पठारी न.पालिका परिषद अध्यक्ष, विश्वनाथ झा तथा सहयोगी संगत रायबरेली के सतीश सिंह, फूलचन्द यादव, मोनू साहू जिला पं. सदस्य, अशोक कुमार निर्मल, बलराम यादव आदि केसाथ महामन्त्री बाबूराम यादव, आश्रम मथुरा के प्रबन्धक व उत्तर प्रदेश संगत के प्रा. अध्यक्ष सन्तराम चौधरी, बिहार प्रान्त के अध्यक्ष मृत्युन्जय झा, दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष विजय पाल सिंह मौजूद रहे। जय गुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था के महामंत्री से पाटन के गोठ रिपोर्टर करन साहू चर्चा करते किया।
अगला कार्यक्रम: सत्संग समापन के बाद धर्मयात्रा सिरमा भाटा धमधा जिला-दुर्ग के लिये प्रस्थान कर गई। यहाँ आज (कल) दोप. 12.00 बजे से सत्संग समारोह आयोजित है।