करन साहू, पाटन 17 जुलाई : कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने बरसात के दिनों में सड़कों में पशुओं के कारण होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों को नगरीय निकायों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों से आवारा पशुओं को हटाने अभियान चलाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि पशुपालकों को पशुओं के लिए व्यवस्था हेतु समझाईश दी जाए, इसके बावजूद भी पशु सड़क पर विचरण करते अथवा बैठे हुए पाये जाने पर पशुपालकों से जुर्माना राशि वसूली जाए। वहीं तीसरी बार पकड़े जाने पर पशु की नीलामी करायी जाए। उन्होंने उक्त गतिविधियां गंभीरतापूर्वक सम्पादित कराने अधिकारियों को कड़े निर्देश दिये हैं।
आपको बता दे कि विधान सभा चुनाव पूर्व आवारा पशुओं को धर पकड़ कर गौठान में ले जाकर चारा पानी की व्यवस्था कर लिया जाता था लेकिन चुनाव आचार संहिता लगते ही इस तरह की गतिविधियां स्थानीय प्रशासन के एवं ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों और नगरी निकाय के जनप्रतिनिधियों के द्वारा नहीं किया जा रहा है। पहले आवारा पशुओं को लाकर गैठानो में रखने का व्यवस्था किया जा रहा था जिस पर विधानसभा चुनाव के आचार संहिता लगते ही ग्रहण लग गया।जो आज तक लगा हुआ है लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद भी स्थानीय प्रशासन के द्वारा आवारा पशुओं के लिए किसी प्रकार की व्यवस्था करते नजर नहीं आ रहे हैं।
जिला प्रशासन के आदेश के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि किसानों की फसल को बर्बाद होने से बचाया जा सकता है और लोगो को आवागमन में सुविधा मिल सकता है। 16 जुलाई के बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि आवारा पशुओं को व्यवस्थित करे ताकि सड़क पर बैठे नजर नहीं आए।फिर हाल कल के आदेश के बाद अभी किसी भी प्रकार के कार्यवाही देखने को नहीं मिला है।