अम्लेश्वर डीह — नव दंपत्ति (उमेश – हेमलता साहू ) व (मोनिका – नवीन साहू ) की शादी समारोह मे छ.ग.पर्यावरण मित्र समिति के अध्यक्ष डाँ अश्वनी साहू ,स्थानीय साहू समाज डीह के अध्यक्ष श्री रामनारायण साहू व सचिव जय साहू ने ,उपहार में बादाम की पौधे भेंट कर नव दंपति को उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुये , अपना आशिर्वाद दिये ,पौधे भेंट स्वच्छ पर्यावरण को बढावा देने के लिये किया गया ।
इस तरह पर्यावरण संरक्षण का कार्य डाँ अश्वनी साहू पिछले कई वर्षो से करते आ रहे हैं और अंचल में हजारो नव दंपति को शादी समारोह में उपहार स्वरूप बादाम की पौधें भेट कर चुके हैं । शादी समारोह के साथ ही वे बच्चों के जन्म उत्सव ( षष्ठी ) एवं जन्मदिन विशेष ,शादी साल गिरह पर एवँ गृह प्रवेश , शोक संतप्त परिवार जनो को उनके प्रिय जनों के स्मृति मे भी पौधा रोपण को बढावा देने के लिये लोगों को पौधे भेंट करते आ रहे हैं ।जिसका सकारात्मक प्रभाव भी अंचल में अब दिखाई पड रहा हैं ,बहुत से लोग स्व स्फूर्त ही इस पर्यावरण संरक्षण जैसे अभियान में रूचि रखते हुये जुडते जा रहें हैं।
बादाम की पौधे भेंट करने का उनका विचार यह है कि यह पौधे तेजी से बढ़ता है इनके छाया विशेष होता है क्योंकि यह पौधे बढ़ने पर उनकी शाखाएँ छतरी नुमा घनी हो जाती है जिससे उनकी छाया पूर्णतया धूप रहित शीतल व ठंडकता प्रदान करता है वही यह पौधे हमारे छत्तीसगढ़ के जलवायु की अनुकूल होते हैं,ये जल्दी बढते व खूब फलते भी हैं इनके बीज में हमारे मानव शरीर के लिए आवश्यक उपयोगी पोषक तत्व ,विटामिन, प्रोटीन , तत्व प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जिसे नियमित रूप से सेवन कर हम स्वस्थ व सुखी लंबे समय तक रह सकते हैं ,पौधे तैयार करने व इसे बड़ा करने में 6 माह से 1 वर्ष तक का समय लगता है इस बीच पौधे को छाया में उचित जगह रखने के बाद उसे समय-समय पर उचित मात्रा में खाद व पानी देना पड़ता है पेसे से चिकित्सक डॉ अश्वनी साहू ने लोगों से पर्यावरण संरक्षण जैसे कार्यों में ज्यादा से ज्यादा जुड़ने का अपील ,जन जागरण चलते ही रहते हैं साथ ही लोगों को अपने घरों में पौधे तैयार करने का गुर भी सिखाते हैं ।
आगे उसने कहा कि स्वच्छ पर्यावरण हम सब की नैतिक जिम्मेदारी बनता है जहां कहीं पर भी पर्यावरण संरक्षण का कार्यक्रम (पौधारोपण ) ,आयोजन किया जाता है वहां पर हमें बढ़ चढ़कर हिस्सा जरूर लेना चाहिए ।