रानीतराई 25 फरवरी: बुधवार को महाशिवरात्रि है। भगवान भोलेनाथ के भक्तों के लिए विशेष दिवस है। मंदिरों में भगवान भोलेनाथ की आराधना होगी। पूजा पाठ का आयोजन होगा। भक्त शिव लिंग की पूजा करेंगे। अपनी-अपनी भावना से शिवलिंग का जलाभिषेक, दूधअभिषेक करेंगे। भगवान शिव भोले हैं भक्तों की सहज और मन से की गई प्रार्थना से प्रसन्न हो जाते हैं। सदियों से शिवलिंग पर दूध दही शहद बेलपत्र और धतूरा ही अर्पित करने की परंपरा रही है।
खारुन नदी के किनारे बसे ग्राम कौही पुरातन काल से महाशिवरात्रि मेला के लिए विख्यात है बड़ी संख्या में श्रद्धालु मेला में आकर भोले भंडारी का दर्शन लाभ लेकर अपना जीवन धन्य बनाते हैं मेला की परंपरा को बनाए रखते हुए प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी विश्व हिंदू परिषद इकाई कौही एवं समस्त ग्रामवासियों के तत्वधान में 26 व 27 फरवरी को भव्य महाशिवरात्रि मेला का आयोजन किया गया है।
दुर्ग भिलाई ,रायपुर और धमतरी ,बालोद जिला के आते हैं व्यापारी गांव में प्रत्येक घर आते हैं मेहमान तीन दिनों तक रहता है गांव में उत्साह का माहौल। इस अवसर पर 26 फरवरी को “सोन के मुंदरी” (पोटियाडीह-धमतरी) एवं 27 फरवरी को “मया” (अमलीडीह-धमतरी) सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।