अम्लेश्वर: पाटन ब्लॉक अंतर्गत आने वाले विभिन्न ग्राम पंचायत में विगत कई वर्षों से हो रहे हैं अवैध मुरूम की खुदाई आपको बता दें इस अवैध मुरूम खुदाई में नहीं समतल जगह बची, नहीं निजी जमीन बची और नहीं जंगल बचा और ना ही खेत खलियान बच्चा इन जगहों पर अवैध रूप से मुरूम की धड़ल्ले से खुदाई की गई।सभी जगह हो गया तालाब एवं डबरी में परिवर्तन। इस अवैध खनन पर किसी भी प्रकार की ठोस कार्रवाई नहीं की गई। जिससे जंगल या समतल भूमि को बजाया जा सके। सड़क निर्माण, कॉलोनी निर्माण में उक्त जगह की मुरूम को खपाया गया जिसमें ठेकेदार की हाईवा एवं बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर के हाईवा इस मुरूम ढुलाई में लगे। सभी लोगों ने शासन को करोड़ों रुपए का चुना लगाए। आज भी लगातार हो रही है अवैध रूप से मुरूम की खुदाई। लगातार स्थानीय जनप्रतिनिधियों के द्वारा एवं ग्रामीणों के द्वारा प्रशासन को अवैध मुरूम खनन खिलाफ शिकायत करते रहे। फिर भी नहीं बचा पाए जंगल ना समतल भूमि वहीं कुछ निजी भूमि वाले लोगों ने भी खेत बनवाने के चक्कर में भेज दिए मुरूम। ब्लॉक में उत्तर पाटन में हो रही है सबसे ज्यादा मुरूम की अवैध खुदाई मोतीपुर, कापसी, झीट ,जामगांव, रवेली सहित अन्य जगह की जा रही है अवैध रूप से मुरूम की खुदाई। वही हम बात करें दक्षिण पाटन की तो रानीतराई ,असोगा जामगांव क्षेत्र भरर, बेल्हारी सुरपा, अकतई सही सहित अन्य गांव शामिल उसी क्रम में हम बात करें मध्य पाटन की तो पंदर , गुजरा, मर्रा सांतरा ,कुर्मीगुंडारा सहित अनेक गांव में की जा रही है मुरूम की अवैध खुदाई और यह सभी खुदाई ज्यादातर मुरूम माफिया के द्वारा रात में की जाती है वही वही जंगलों में अवैध कब्जों के भी चर्चा है कई ऐसे गांव हैं जहां पर जंगलों को भी अवैध रूप से कब्जा किया जा रहा है जिस पर प्रशासन की हाथ नहीं पहुंच पा रही है।