अमलेश्वर 05 नवंबर : पाटन ब्लाक अंतर्गत आने वाले विभिन्न ग्राम और नगर में पदस्थ पटवारी का इन दिनों मनमानी चल रही है। सही समय में किसानों का काम नहीं हो रहा है। मनमानी तरीके से राशि भी वसूली जा रही है। किसानों के द्वारा कार्य शैली पर सवाल उठया जा रहा हैं। किसानों को ऋण पुस्तिका के लिए महीनों से घुमाया जा रहा है। जिससे कई किसान धान पंजीयन भी नहीं कर पाए हालांकि पंजीयन b1 देखकर होने की बात कही जा रही है। लेकिन धान खरीदी के समय ऋण पुस्तिका की जरूरत किसान को लगता ही है।वही जिला पंचायत सभापति मोनू साहू ने अपने फेसबुक पर पोस्ट शेयर कर पटवारी के द्वारा की जा रही व्यवहार पर सवाल उठाया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पटवारी के द्वारा नामांतरण, सीमांकन, भूस्वामी पर मनमानी पैसा वसूलने की बात सामने आ रही है। जिस पर अनुविभागीय अधिकारी भी चुप्पी सादे हुए हैं। श्री साहू ने आगे कहा है कि पटवारी कार्यालय में नक्शा, खसरा,नामांतरण और सीमांकन की राशि शासन द्वारा निर्धारित राशि का उल्लेख करना चाहिए। जो कहीं पर दिखाई नहीं देता जिससे जरूर से ज्यादा मनमाने तरीके से किसानों से राशि वसूलने की बात सामने आ रही है।
श्री साहू ने कहा है समय रहते यदि इस पर सुधार नहीं किया गया तो आने वाले समय में किसानों के हित के लिए सड़क की लड़ाई लड़ने मजबूर होंगे। हर तरह से किसानों के साथ खड़े रहेंगे। फिर हाल अभी एसडीएम को लिखित आवेदन दिया जाएगा। इसी चर्चा के बीच पाटन ब्लॉक के एक पटवारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि तहसील कार्यालय में सैकड़ो ऋण पुस्तिका मंगाई गई है। जिसे गिने चुने पटवारी को वितरण किया गया है। कई पटवारियों को ऋण पुस्तिका मिला ही नहीं जिससे किसानों को ऋण पुस्तिका देने में परेशानी हो रही है, और हमें भी काम करने में असुविधा हो रही है। किसान लगातार भटक रहे हैं। कार्यालय के चक्कर लगाते हैं लेकिन हमें ऋण पुस्तिका उपलब्ध नहीं हो पा रही है। तो हम कहां से देंगे। बड़ी खबर नगर पालिका अमलेश्वर से आ रही है जहां पर पदस्थ पटवारी का स्थानांतरण किया गया था लेकिन किस कारण से पुनः वापस अमलेश्वर आ गया और वहां पर पदस्थ पटवारी का स्थानांतरण फिर से किया गया जो चर्चा का विषय नगर में बना हुआ है। आपको बता दे समीक्षा बैठक में लगातार कलेक्टर के द्वारा निर्देशित किया जा रहा है। किसानों का जमीन संबंधित कार्य समय सीमा में किया जाए फिर भी कार्य में लेट लतीफ की जा रही है।