अमलेश्वर नगर के हाईवे रोड पर बैठे रहते हैं मवेशी आखिर कब होगी इन पशुपालकों के ऊपर कार्यवाही।
दुर्घटना होने पर धारा 133 के तहत होनी है पशुपालकों को ऊपर कार्यवाही।
अम्लेश्वर : नगर पालिका परिषद अमलेश्वर से पाटन रोड या कहो रायपुर से पाटन रोड जो हाईवे है वहां सड़क के बीचो बीच बैठे हैं पशु। आपको बता दे हम इसे आवारा मवेशी भी कह सकते हैं लेकिन क्यों इसे आवारा पशु कहा जाए यह पशु किसी न किसी का है कोई न कोई है इसका मालिक और इसे जतन करने में वह असफल नजर आ रहा है पशुपालक को सिर्फ दूध दही और गोबर गोमूत्र बेचने से मतलब है पशु चाहे रोड में बैठे या घर पर हो। क्या खाएं क्या पिए इससे पशुपालकों को कोई लेना-देना नहीं ऐसा हम इन सड़क पर बैठे पशुओं को देखकर कह सकते हैं ।कभी-कभी कुछ राजनीतिक पार्टी भी सड़क पर बैठे पशुओं के ऊपर रेडियम लगते हैं शायद सिर्फ फोटो खिंचवाने के लिए ही लगाते हैं ऐसा भी हम कह सकते हैं इन पशुओं के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है राज्य सरकार के द्वारा गठानों का निर्माण भी कराया गया है लेकिन गठानों में भी पशु का ना होना भी समझ से परे हैं लोग आखिर क्यों अपने मवेशियों को सड़क पर ही लोगों के दुर्घटना के शिकार होने के लिए छोड़ देते हैं आखिर कहां त्रुटि हो रही है लगातार जिला प्रशासन भी संज्ञान में लेकर समय-समय पर इन पशुओं के ऊपर कार्यवाही करती है फिर भी अंत में पशु सड़क पर ही नजर आते हैं अभी हम अभी हम आपको फोटो दिखाते हैं नगर पालिका अमलेश्वर के हृदय चौक कहने वाले जगह जहां पर रोज सांग/ बाजी के बाजार लगता है और वहीं पर थाना भी है और उक्त जगह खुरमूडा ,सांकरा, भी, रायपुर चारों दिशा से गाड़ियां आती है जहां पर बैठे रहते हैं पशु एक और मजेदार बात सड़क किनारे कहीं पर मिट्टी का ढेर तो, कहीं पर ठेला घूमटी ,तो कहीं पर दुकानदार के द्वारा सड़क पर कार्य करते नजर भी आते हैं। पालिका प्रशासन भी इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। आखिर रोड पर बैठे इन पशुओं से आम नागरिकों को कितना परेशानी और उठाना पड़ेगा आखिर कब मिलेगी इस समस्या से निजात।